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NCP में बगावत के बीच शरद पवार का एक्शन, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी से किया बाहर

एनसीपी नेता अजित पवार की बगावत के अब पार्टी एक्शन मोड में है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ कार्रवाई की है। शरद पवार ने दोनों नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया है। इसके अलावा एनसीपी ने विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही शुरू करने के लिए अनुशासन समिति को पत्र लिखा है।

By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Mon, 03 Jul 2023 05:05 PM (IST)
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NCP में बगावत के बीच शरद पवार का एक्शन, प्रफुल्ल और सुनील तटकरे को पार्टी से किया बाहर (फाइल फोटो)

मुंबई, एजेंसी। एनसीपी नेता अजित पवार की बगावत के अब पार्टी एक्शन मोड में है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ कार्रवाई की है। शरद पवार ने दोनों नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया है।

— ANI (@ANI) July 3, 2023

इससे पहले एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद सुप्रिया सुले ने पार्टी प्रमुख शरद पवार को लिखे पत्र में सांसद प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की थी।

— ANI (@ANI) July 3, 2023

सुप्रिया सुले ने पत्र में क्या लिखा?

शरद पवार को लिखे पत्र में सुप्रिया सुले ने कहा कि सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल ने 2 जुलाई 2023 को पार्टी के संविधान और नियमों का उल्लंघन किया, जो पार्टी की सदस्यता से परित्याग और अयोग्यता के समान है। मैं शरद पवार से अनुरोध करती हूं कि वे भारत के संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत तत्काल कार्रवाई करें और उनके खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए सक्षम प्राधिकारी के समक्ष अयोग्यता याचिका दायर करें।

बागी विधायकों पर होगा एक्शन

इसके अलावा एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने अजित पवार और 8 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही शुरू करने के लिए राज्य अनुशासन समिति को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र लिखकर उनके खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही शुरू करने को कहा है।

शरद पवार ने जयंत पाटिल पर छोड़ा कार्रवाई का निर्णय

इससे पहले शरद पवार ने कहा था कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल को उन विधायकों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने का अधिकार है, जिन्होंने कल महाराष्ट्र कैबिनेट में शपथ ली थी। साथ ही शरद पवार ने दावा करते हुए कहा था कि तीन महीने में पूरा खेल बदल दूंगा और जो विधायक गए हैं, वो भी वापस आ जाएंगे।