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'मैं सरकार द्वारा तैयार अभिभाषण से असहमत हूं', तमिलनाडु में राज्यपाल ने डेढ़ मिनट में ही छोड़ दी स्पीच

तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने आज विधानसभा में सरकार द्वारा दिए गए अभिभाषण को पढ़ने से इनकार कर दिया। राज्यपाल ने लगभग डेढ़ मिनट का भाषण दिया और विधानसभा से चले गए। राज्यपाल ने थोड़ी देर में ही अभिभाषण समाप्त करते हुए कहा कि मैं सरकार द्वारा तैयार किए गए अभिभाषण से असहमत हैं और इसे आगे नहीं पढ़ सकते।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Mon, 12 Feb 2024 12:05 PM (IST)
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Tamil Nadu Governor आरएन रवि ने अभिभाषण पढ़ने से इनकार किया।
एजेंसी, चेन्नई। तमिलनाडु में राज्यपाल और राज्य सरकार में एक बार फिर तकरार देखने को मिली है। राज्यपाल आरएन रवि ने आज विधानसभा में सरकार द्वारा दिए गए अभिभाषण को पढ़ने से इनकार कर दिया। राज्यपाल ने लगभग डेढ़ मिनट का भाषण दिया और विधानसभा से चले गए।

राज्यपाल ने थोड़ी देर में ही अभिभाषण समाप्त करते हुए कहा कि मैं सरकार द्वारा तैयार किए गए अभिभाषण से असहमत हूं और इसे आगे नहीं पढ़ सकते।

इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा

तमिलनाडु विधानसभा के इतिहास में यह पहली बार है, जब राज्यपाल ने सदन में अपना पारंपरिक संबोधन कुछ ही मिनटों में समाप्त कर दिया। राज्यपाल आरएन रवि ने कहा कि वह अभिभाषण की सामग्री पर सरकार से असहमत हैं और राष्ट्रगान का 'सम्मान नहीं करने' के लिए डीएमके सरकार की आलोचना की।

राष्ट्रगान का सम्मान न करने पर नाराज

सदन में अपने उद्घाटन भाषण में राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रगान के प्रति उचित सम्मान दिखाने और इसे संबोधन की शुरुआत और अंत में बजाने के उनके बार-बार अनुरोध और सलाह को सरकार ने नजरअंदाज कर दिया। विधानसभा में पारंपरिक राज्यपाल के अभिभाषण के लिए सरकार द्वारा 12 फरवरी को सदन बुलाया गया था।

राज्यपाल ने कहा कि अभिभाषण में कई संदेश हैं जिनसे 'मैं तथ्यात्मक और नैतिक आधार पर स्पष्ट रूप से असहमत हूं।'

राज्यपाल ने कहा,

ऐसे पहलुओं पर 'अपनी आवाज देना' जिनसे वह सरकार से असहमत हैं, 'संवैधानिक उपहास' होगा। इसलिए सदन के संबंध में मैं अपना संबोधन समाप्त करता हूं। लोगों की भलाई के लिए इस सदन में सार्थक और स्वस्थ चर्चा की कामना करता हूं।

कुछ ही देर में खत्म किया अभिभाषण

आरएन रवि ने स्पीकर एम अप्पावु, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और विधायकों को तमिल में अपना अभिवादन देने के बाद सरकार के साथ अपनी असहमति व्यक्त की और कुछ ही मिनटों में अपना भाषण समाप्त कर दिया।

बता दें कि हाल ही में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भी अपना पारंपरिक संबोधन कुछ ही मिनटों में समाप्त कर दिया था और केवल अंतिम पैराग्राफ पढ़ा।