Move to Jagran APP

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच तेलंगाना कांग्रेस में पड़ी फूट, 12 सदस्यों ने इस्तीफे के बाद उठाए सवाल

तेलंगाना कांग्रेस कमेटी के 12 सदस्यों ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। साथ ही सभी असंतुष्ट सदस्यों ने अपने इस्तीफे की जानकारी AICC सचिव और तेलंगाना के प्रभारी मनिकम टैगोर को दी है।

By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Mon, 19 Dec 2022 09:25 AM (IST)
Hero Image
Telangana: तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी में पड़ी फूट (फाइल फोटो)

हैदराबाद, एजेंसी। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के करीब 12 सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इन 12 सदस्यों ने इस्तीफा देने के बाद तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी में 50 फीसद से अधिक सदस्य ऐसे हैं, जो हाल ही में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) से जुड़े हैं।

असंतुष्ट सदस्यों इस्तीफा देने के बाद उठाए सवाल

दरअसल, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने एक पत्र के जरिए ये आरोप लगाए हैं। पत्र में कहा गया है कि पिछले छह साल से कांग्रेस के लिए काम करने वाले नेताओं को इससे निराशा हुई है। साथ ही इस पत्र में तेलंगाना की सत्ताधारी सरकार को भी निशाने पर लिया है।

'तेलंगाना में तानाशाही शासन चला रहे हैं केसीआर'

असंतुष्ट सदस्यों ने यह भी कहा कि केसीआर राज्य में तानाशाही शासन चला रहे हैं और केसीआर को सत्ता से बेदखल करने के लिए एक मजबूत संघर्ष की जरूरत है। पत्र में आगे लिखा गया है कि उत्तम कुमार के आरोप थे कि पीसीसी के 50 प्रतिशत से अधिक सदस्य ऐसे नेता हैं, जो हाल ही में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) से जुड़े हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे को भेजा इस्तीफा

उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। साथ ही सभी असंतुष्ट सदस्यों ने अपने इस्तीफे की जानकारी AICC सचिव और तेलंगाना के प्रभारी मनिकम टैगोर को दी है। बता दें कि तेलंगाना में विधानसभा चुनाव अगले साल होने हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी में मची ये फूट पार्टी के लिए बड़ी चुनौती पैदा कर सकती है।

यह भी पढ़ें- कर्नाटक भाजपा में हर गतिविधि पर केंद्रीय नेतृत्व की नजर, लिंगायत वोट में कोई बिखराव नहीं चाहती पार्टी

यह भी पढ़ें- तवांग झड़प के बाद पहली बार पूर्वोत्तर पहुंचे पीएम मोदी, कहा- विकास में बाधा बनी ताकतों को दिखाया 'रेड कार्ड'