Telangana: 'KCR ने पानी, फंड और नौकरी पर लोगों को धोखा दिया', प्रकाश जावड़ेकर ने CM पर बोला हमला
Telangana CM KCR भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मुख्यमंत्री केसीआर ने राज्य आंदोलन के दौरान तेलंगाना राज्य को बेहतर बनाने का जो सपना दिखाया था वो केवल झूठ साबित हुआ। जावड़ेकर ने कहा कि तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक हो जाते हैं और सीएम बच्चों को रोजगार देने की बात करते हैं।
By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Tue, 22 Aug 2023 10:30 AM (IST)
हैदराबाद, एजेंसी। Telangana CM KCR भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सीएम ने पानी, फंड और नौकरियां सुनिश्चित करने के राज्य आंदोलन के नारे पर तेलंगाना के लोगों को धोखा दिया है।
CM के नारे बने लोगों के साथ
पूर्व केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने कहा कि मुख्यमंत्री KCR ने राज्य आंदोलन के दौरान तेलंगाना राज्य बनाने का सपना दिखाकर 'नीलू, निधुलु, नियमकालु' (पानी, धन और नौकरियां) का नारा दिया था। जावड़ेकर ने कहा कि ये सभी नारे अब वास्तव में 'भ्रष्टाचार, पारिवारिक शासन और तेलंगाना के साथ विश्वासघात' बन गया।
भाजपा के तेलंगाना प्रभारी जावड़ेकर ने कहा कि कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना के कारण 18 लाख एकड़ के वादे के विपरीत केवल एक लाख एकड़ में सिंचाई सुविधाएं प्राप्त हुईं। उन्होंने कहा कि परियोजना के खर्च में भी भारी वृद्धि देखी गई, जबकि वादा किया गया पानी भी पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया, यह लूट के अलावा कुछ नहीं है।
लोगों के साथ हुआ विश्वासघात
जावड़ेकर ने दावा किया कि गठन के समय तेलंगाना लगभग 360 करोड़ रुपये के साथ एक उन्नत राज्य था, लेकिन सरकारी ऋण और अन्य ऋणों के लिए दी गई गारंटी सहित बोझ अब बढ़कर 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह विश्वासघात के अलावा और कुछ नहीं है।
राज्य में नहीं हो रही भर्तीः जावडे़कर
नौकरियों के संबंध में, शिक्षकों और प्रोफेसरों की कोई भर्ती नहीं हुई है, जबकि तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक हो गए थे। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी भत्ता देने का जो वादा किया गया था, उसे लागू नहीं किया गया है।वरिष्ठ भाजपा नेता ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री के परिवार के सदस्यों को "राजनीतिक रोजगार" मिल गया है।