बीआरएस के सांसदों के साथ मीटिंग करेंगे सीएम केसीआर, संसद के विशेष सत्र के लिए रणनीति पर होगी चर्चा
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के संसदीय सदस्यों की मीटिंग पार्टी अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) की अध्यक्षता में 15 सितंबर को प्रगति मैदान में आयोजित की जाएगी। 18 सितंबर से संसद का विशेष सत्र शुरू हो रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि इस मीटिंग में संसद के विशेष सत्र के दौरान पार्टी का स्टैंड और रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
By AgencyEdited By: Gaurav TiwariUpdated: Thu, 14 Sep 2023 11:27 AM (IST)
हैदराबाद, एजेंसी। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के संसदीय सदस्यों की मीटिंग पार्टी अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) की अध्यक्षता में 15 सितंबर को प्रगति मैदान में आयोजित की जाएगी। 18 सितंबर से संसद का विशेष सत्र हो रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि इस मीटिंग में संसद के विशेष सत्र के दौरान पार्टी का स्टैंड और रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही अन्य मुद्दों पर ही विचार किए जाने की संभावना है।
इसके लिए सीएम केसीआर ने पार्टी के सभी लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों से इस मीटिंग में भाग लेने का निवेदन किया है। उन्होंने कहा कि सभी सांसदों का इस बैठक में उपस्थित होना जरूरी है।बीआरएस लीडर और एमएलसी के कविता ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि वे जनता को अपील नहीं कर रहे हैं। इसी के साथ उन्होंने कहा कि वे केसीआर के मुकाबले में कहीं नहीं ठहरते हैं।
तेलंगाना को देश में नंबर वन राज्य माना जाता है। तेलंगाना रोजगार के अवसर, प्रति व्यक्ति आय, सांप्रदायिक सौहार्द्र, कृषि उत्पादन, महिला विकास और निवेश जैसे मुद्दों को आकर्षित करने के मामले में अव्वल है। - बीआरएस लीडर और एमएलसी के कविता
राहुल पर साधा निशाना
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अभी हाल में खड़गे यहां आए थे। उन्होंने वायदा किया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वह पोडू लैंड को लेकर काम करेंगे। इसी के साथ कविता ने कहा कि उन्हें पता नहीं है कि हमारी सरकार पहले ही पोडू लैंड को लेकर काम कर चुकी है। उन्होंने कहा कि आपके लीडर राहुल की जनता में अपील नहीं है। वे केसीआर के करिश्मे को फीका नहीं कर सकते हैं।
कांग्रेस पहले दे मेरे सवालों का जवाब- के कविता
कविता ने दावा करते हुए कहा कि राहुल गांधी पीएम नरेंद्र मोदी का मुकाबला नहीं कर पा रहे थे। इसी कारण नेशनल लेवल पर बीआरएस कांग्रेस का विकल्प बन गई है। उन्होंने कहा कि मैं गांधी परिवार से पूछती हूं कि आपने जो भी वायदे तेलंगाना के लिए किए हैं, उनको कांग्रेस शासित प्रदेशों में क्यों लागू नहीं किया है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल पहले महिला आरक्षण बिल पर जवाब दें। पहले मेरे सवालों का जवाब दें फिर राज्य में एंट्री करें।