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केसीआर-भाजपा की 'गुपचुप दोस्ती' पर हमलावर रहेगी कांग्रेस, मल्लिकार्जुन खरगे बोले- तेलंगाना बदलाव के लिए बेचैन

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने तेलंगाना की चुनावी रणनीति पर हुई बैठक के केसीआर की सामंतवादी सरकार को हराने के साथ बीआरएस और भाजपा के अपवित्र गठबंधन का पर्दाफाश करने की ताल ठोकी। पार्टी मुख्यालय में हुई बैठक में चुनावी रणनीति पर चर्चा के बाद खरगे ने टवीट में कहा कि तेलंगाना के लोग बदलाव के लिए कांग्रेस की ओर देख रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 27 Jun 2023 11:16 PM (IST)
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कांग्रेस के राष्ट्र अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की फाइल फोटो।(फोटो जागरण)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। तेलंगाना विधानसभा चुनाव में अपनी सियासी संभावनाओं को देखते हुए कांग्रेस हाईकमान ने सूबे की चुनावी रणनीति को आक्रामक तेवरों से लैस करने का फैसला किया है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ सूबे के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में तय हुआ हुआ कि तेलंगाना में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के सरकार की नाकामियों और भ्रष्टाचार पर तगड़ा हमला करने के साथ ही भारत राष्ट्र समिति और भाजपा के बीच अंदरूनी गठजोड़ पर भी प्रहार किया जाएगा।

कांग्रेस ने केसीआर सरकार पर बोला हमला

खरगे ने कहा कि तेलंगाना बदलाव के लिए बेचैन होकर कांग्रेस की ओर देख रहा है। पार्टी राज्य में सत्ता विरोधी मतों का बंटवारा रोकने के लिए बीआरएस-भाजपा के बीच गुपचुप तालमेल का प्रचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने तेलंगाना की चुनावी रणनीति पर हुई बैठक के केसीआर की सामंतवादी सरकार को हराने के साथ बीआरएस और भाजपा के अपवित्र गठबंधन का पर्दाफाश करने की ताल ठोकी। पार्टी मुख्यालय में हुई बैठक में चुनावी रणनीति पर चर्चा के बाद खरगे ने टवीट में कहा कि तेलंगाना के लोग बदलाव के लिए कांग्रेस की ओर देख रहे हैं।

हम एक साथ मिलकर, हम साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और सर्वांगीण सामाजिक कल्याण के आधार पर तेलंगाना के लिए एक उज्जवल भविष्य की शुरुआत करेंगे। कांग्रेस सरकार ने जनता की आवाज सुनकर तेलंगाना को अलग राज्य का दर्जा दिया था।

केसीआर और भाजपा की चर्चाएं तेलांगाना में तेज: रेवंत रेडडी

इस बैठक में बीआरएस और भाजपा के बीच अंदरूनी तालमेल को सियासी चुनौती मानते हुए तय किया गया कि लोगों के बीच दोनों के पर्दे के पीछे की दोस्ती को उजागर करना इसलिए जरूरी है ताकि सत्ता विरोधी मतों को भाजपा के खाते में जाने से रोका जा सके।

समझाा जाता है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेडडी सहित सूबे के तमाम नेताओं ने बैठक में कहा कि केसीआर और भाजपा की दोस्ती की चर्चाएं तेलंगाना के लोगों में शुरू हो चुकी है और आगे अब इस बात को स्थापित करने की जरूरत है।

10 साल बाद भी तेलंगाना की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं: माणिक राव ठाकरे

तेलंगाना के कांग्रेस प्रभारी माणिक राव ठाकरे ने रेवंत रेडडी समेत सूबे के नेताओं संग प्रेस कांफ्रेंस करते हुए केसीआर पर तीखा हमला बोला।

ठाकरे ने कहा, गरीबी से जूझ रहे एससी, एसटी, ओबीसी व अल्पसंख्यक वर्ग की मदद के लिए अलग प्रदेश बना था लेकिन 10 साल बाद भी तेलंगाना की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है और केसीआर सरकार में जिस तरह की लूट जारी है, उसे देखकर तेलंगाना की जनता अब बदलाव चाहती है।

विपक्षी एकता की महाबैठक में केसीआर ने नहीं की शिरकत

कुछ महीने पहले तक विपक्षी दलों को जोड़ने के लिए झंडा उठा रहे चंद्रशेखर राव ने अचानक इस पहल से किनारा कर लिया। इतना ही नहीं पटना में विपक्षी एकता की महाबैठक के आने के नीतीश कुमार के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया।

पिछले कुछ अर्से से केसीआर पीएम मोदी के खिलाफ कोई टीका-टिप्पणी नहीं कर रहे तो उनके बेटे सूबे के मंत्री केटी रामाराव अभी दो दिन पहले पटना में विपक्षी एकता की बैठक पर कटाक्ष करते हुए परोक्ष रूप से पीएम मोदी का समर्थन करते हुए दिखाई दिए।