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Telangana News: तांत्रिक की सलाह पर TRS का नाम बदला गया, निर्मला सीतारमण ने KCR पर साधा निशाना

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टीआरएस का नाम बदलकर बीआरएस करने के तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के कदम की आलोचना की है। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि केसीआर ने ऐसा एक तांत्रिक की सलाह पर किया है।

By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Sat, 08 Oct 2022 10:03 PM (IST)
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निर्मला सीतारमण ने KCR पर साधा निशाना (फोटो- एएनआइ)

चेन्नई, एएनआइ। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को एक राष्ट्रीय पार्टी शुरू करने के लिए फटकार लगाते हुए कहा कि केसीआर ने 'तांत्रिकों की सलाह पर' अपनी पार्टी टीआरएस का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) कर दिया है।

'किसी भी महिला को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया'

समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए, सीतारमण ने कहा, 'मुख्यमंत्री केसीआर ने तांत्रिकों और अंकशास्त्रियों की सलाह पर सचिवालय जाना बंद कर दिया और कई वर्षों तक महिलाओं को अपने मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया। अब तांत्रिक की सलाह पर पार्टी का नाम बदलकर बीआरएस कर दिया है।'

'नई पार्टी का असफल होना तय'

उन्होंने कहा कि तेलंगाना और तेलुगु भाषा के लोगों को विफल करने और धोखा देने के बाद, उन्होंने अब बीआरएस को एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में लॉन्च किया है। नई पार्टी का असफल होना तय है।'

केसीआर रहे विफल

सीतारमण ने कहा कि टीआरएस का गठन तेलंगाना की भावना को पूरा करने के लिए किया गया था, लेकिन केसीआर इसे पूरा करने में विफल रहे हैं। उस समय यह कहा गया था कि तेलंगाना राज्य की महत्वाकांक्षा के लिए धन, पानी और नियुक्तियां (नौकरियां) प्राथमिकताएं हैं। यह भी कहा गया था कि सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण होगा। लेकिन, 2014 से 2018 तक चार साल के लिए टीआरएस सरकार में एक भी महिला मंत्री नहीं थी। 

उन्होंने कहा कि टीआरएस के फिर से चुने जाने के बाद भी, लगभग एक साल तक, कोई महिला मंत्री नहीं थी। जाहिर है, कुछ तांत्रिकों की सलाह पर महिलाओं को कैबिनेट में प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया था।

सीतारमण ने कहा कि तेलंगाना पर 3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। विवादास्पद कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस परियोजना को 40,000 करोड़ रुपये के बजट के साथ पूरा किया जाना था, लेकिन वृद्धि के कारणों पर उचित स्पष्टीकरण के बिना 1,40,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

टीआरएस सरकार ने नहीं निभाया अपना वादा

नौकरियों के वादे पर, सीतारमण ने कहा कि टीआरएस सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया और लोगों को धोखा दिया। उन्होंने कहा, 'फंड, पानी और नौकरियों के तीनों मोर्चों पर टीआरएस सरकार पूरी तरह से विफल रही है।'

केसीआर ने लान्च की बीआरएस

केसीआर ने बुधवार को भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की शुरुआत की, जो 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा का मुकाबला करने के लिए एक राष्ट्रीय पार्टी बनने की दिशा में उनका पहला कदम है। केसीआर द्वारा नाम परिवर्तन और नई पार्टी का शुभारंभ हैदराबाद में पार्टी मुख्यालय तेलंगाना भवन में मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, एमएलसी और जिला स्तर के समन्वयकों सहित अन्य नेताओं की राज्य आम सभा की बैठक में किया गया था।

बैठक की अध्यक्षता के चंद्रशेखर राव ने की। जद (एस) नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी अपने 20 विधायकों के साथ टीआरएस मुख्यालय में लॉन्च कार्यक्रम में शामिल हुए। टीआरएस को अप्रैल 2000 में लॉन्च किया गया था।

केसीआर की बेटी रहीं कार्यक्रम से नदारद

हालांकि, केसीआर की बेटी और वरिष्ठ नेता के कविता के भव्य लान्च कार्यक्रम से स्पष्ट अनुपस्थिति ने इस बारे में कई अटकलें लगाईं कि क्या राज्य के पहले परिवार में दरारें दिखाई दी हैं। कविता न केवल हाई-प्रोफाइल इवेंट से गायब थीं, बल्कि उनका नाम आगामी मुनुगोड़े उपचुनाव के लिए टीआरएस के प्रभारी की सूची से भी गायब था।

इस साल की शुरुआत में, केसीआर ने 2024 के लोकसभा चुनावों में केंद्र में भाजपा को टक्कर देने के लिए विपक्ष को एकजुट करने के लिए बेंगलुरु में पूर्व प्रधान मंत्री एचडी देवेगौड़ा के साथ बैठक की, जहां उन्होंने भाजपा के लिए एक वैकल्पिक राजनीतिक संगठन पर चर्चा की।

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