'मोदी जी की दुनिया में सत्य को मिटाया जा सकता है लेकिन...', राहुल गांधी 'हिंदू' वाले बयान पर कायम
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में सोमवार को अपने भाषण में कहा कि पीएम मोदी से लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर कटाक्ष किया। वहीं राहुल गांधी ने अपने भाषण में हिंदुओं को लेकर भी सरकार पर हमला बोला। इसके बाद संसद के अध्यक्ष के आदेश पर संसद के रिकॉर्ड से उनके भाषण के कई अंश हटा दिए गए। जिसपर एक बार फिर राहुल गांधी ने टिप्पणी की है।
पीटीआई, नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष द्वारा उनके भाषण के महत्वपूर्ण हिस्से हटाये जाने के बाद मंगलवार को राहुल गांधी ने इसपर प्रतिक्रिया दी है। अपने भाषण के हटाए गए अंशों पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, मोदी जी की दुनिया में सच्चाई को मिटाया जा सकता है लेकिन हकीकत में सच्चाई को मिटाया नहीं जा सकता है। जो मैंने कहा और जो मुझे कहना था मैंने कह दिया, वह सच्चाई है, अब उन्हें जो मिटाना है मिटाएं।"
गांधी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि मुझे जो कुछ भी कहना था, मैंने कह दिया है और यह सच है। वे जितना चाहें उतना मिटा सकते हैं, लेकिन सच्चाई कायम रहेगी। कांग्रेस नेता सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान की गई कुछ टिप्पणियों पर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
#WATCH | On portions of his speech expunged, Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, "In Modi ji's world, truth can be expunged. But in reality, the truth can't be expunged. I said what I had to say, that is the truth. They can expunge as much as they want. Truth is truth." pic.twitter.com/AcR3xRN6d5
— ANI (@ANI) July 2, 2024
राहुल गांधी ने हिंदू समुदाय को बताया था हिंसक
आपको बता दें कि विपक्ष के नेता के रूप में अपने पहले संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने सत्तारूढ़ दल के नेताओं पर लोगों को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद सत्ता पक्ष ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहने के लिए राहुल गांधी की आलोचना की। इसके अलावा, गृह मंत्री ने राहुल गांधी द्वारा भाजपा को 'हिंसक हिंदुओं' की उपमा दिए जाने पर भी कड़ी आपत्ति जताई और कांग्रेस नेता से माफी मांगने को कहा।भाषण के इन अंशों पर मचा बवाल
अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कांग्रेस सांसद ने संविधान की एक प्रति और भगवान शिव की तस्वीर लहराई और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा। राहुल गांधी द्वारा हिंदुओं का उल्लेख करने पर भाजपा सांसदों ने कड़ा विरोध किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दौरान हस्तक्षेप किया। गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस सांसद से भाजपा को हिंसा से जोड़ने के लिए माफी मांगने की मांग की। यह भी पढ़ें- लोकसभा में दिए राहुल गांधी के भाषण पर चली कैंची, स्पीच से हटाई गई ये बातें