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'सच्चाई की हुई जीत...', कांग्रेस नेताओं ने राहुल की लोकसभा सांसद के रूप में बहाली पर दी प्रतिक्रिया

Rahul Gandhi Reinstatement as Lok Sabha MPकांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राहुल गांधी की लोकसभा सांसद के रूप में बहाली की सराहना करते हुए कहा कि यह सच्चाई और न्याय की जीत है।सोमवार को जैसे ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल हुईयहां एआईसीसी मुख्यालय में जश्न शुरू हो गया और कार्यकर्ता नाचने लगे और राहुल गांधी के पक्ष में नारे लगाने लगे।

By AgencyEdited By: Babli KumariUpdated: Mon, 07 Aug 2023 11:35 AM (IST)
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता हुई बहाल (फोटो-ANI)
नई दिल्ली, एजेंसी। उच्चतम न्यायालय द्वारा ‘मोदी उपनाम’ को लेकर की गई टिप्पणी के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर रोक लगाए जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष की लोकसभा सदस्यता सोमवार को बहाल कर दी गई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राहुल गांधी की लोकसभा सांसद के रूप में बहाली की सराहना करते हुए कहा कि यह सच्चाई और न्याय की जीत है।

सोमवार को जैसे ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल हुई, यहां एआईसीसी मुख्यालय में जश्न शुरू हो गया और कार्यकर्ता नाचने लगे और राहुल गांधी के पक्ष में नारे लगाने लगे। लोकसभा सचिवालय ने एक अधिसूचना जारी कर घोषणा की कि उनकी अयोग्यता रद्द कर दी गई है और उनकी सदस्यता बहाल कर दी गई है।

सच्चाई की जीत हुई है और झूठ की हार- प्रमोद तिवारी

इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा, "सच्चाई की जीत हुई है और झूठ की हार हुई है। भारत जीत गया है, हमारे शेर राहुल गांधी जीत गए हैं, मोदी जी, आपकी हार शुरू हो गई है।"

यह लोकतंत्र और न्याय की जीत- शशि थरूर 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया, "बेहद राहत के साथ, मैं राहुल गांधी की बहाली की आधिकारिक घोषणा का स्वागत करता हूं। वह अब भारत के लोगों और वायनाड में अपने मतदाताओं की सेवा करने के लिए लोकसभा में अपने कर्तव्यों को फिर से शुरू कर सकते हैं। यह लोकतंत्र और न्याय की जीत है!''

कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने भी लोकसभा सांसद के रूप में गांधी की बहाली की सराहना की।

मालूम हो कि गांधी को 23 मार्च को लोकसभा सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था जब गुजरात की एक अदालत ने उन्हें मानहानि मामले में दोषी ठहराया और दो साल की जेल की सजा सुनाई।