Udhayanidhi Stalin: सनातन को लेकर टिप्पणी पर अड़े स्टालिन, कहा - फिर बोलूंगा वही बात, मैंने केवल हिंदुओं...
सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी को लेकर उदयनिधि स्टालिन की स्थिति जस की तस है। स्टालिन की ओर से जारी ताजा बयान में उन्होंने साफ किया है कि वो अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने जो भी कहा वो बार-बार बोलेंगे। हालांकि अब बयान में उन्होंने नई कड़ी जोड़ते हुए कहा है कि मैंने सभी धर्मों को शामिल किया सिर्फ हिंदुओं को नहीं।
By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Mon, 04 Sep 2023 09:15 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआई: सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी को लेकर उदयनिधि स्टालिन की स्थिति जस की तस है। स्टालिन की ओर से जारी ताजा बयान में उन्होंने साफ किया है कि वो अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने जो भी कहा वो बार-बार बोलेंगे। हालांकि, अब बयान में उन्होंने नई कड़ी जोड़ते हुए कहा है कि मैंने सभी धर्मों को शामिल किया, सिर्फ हिंदुओं को नहीं। मैंने अपने बयान में जातिगत मतभेदों की निंदा की है।
इससे पहले रविवार को भी तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने साफ किया था कि वो अपने बयान पर कायम है। मामले में मीडिया द्वारा सवाल किए जाने पर स्टालिन ने कहा कि थी उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी रुख साफ कर दिया है।
Thoothukudi, Tamil Nadu | Tamil Nadu Minister Udhayanidhi Stalin says, “Day before yesterday I spoke at a function about it (Sanatana Dharma). Whatever I said, I'll repeat the same thing again and again...I included all the religions and not just Hindus...I spoke condemning the… pic.twitter.com/kpY13KBIZd
— ANI (@ANI) September 4, 2023
क्यों लगी है आग!
तमिलनाडु सरकार में युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को सनातन धर्म को लेकर कुछ ऐसी टिप्पणी कर दी थी जिसकी चौतरफा आलोचना हो रही है। उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से करते हुए कहा था कि इसे समाप्त किया जाना चाहिए।
बयान पर दो धड़ों में बटी कांग्रेस
स्टालिन की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस दो धड़ों में बटी नजर आ रही है। एक तरह जहां कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने उदयनिधि के बयान का बचाव किया। तो वहीं, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि ये उनके निजी विचार हो सकते हैं और मैं स्टालिन से सहमत नहीं हूं। स्टालिन की टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने कहा है कि कोई भी धर्म जो लोगों को समानता का अधिकार नहीं देता है वह बीमारी के समान है।