'हमें न्यायपालिका पर भरोसा', सनातन धर्म विवाद पर 'सुप्रीम नोटिस' जारी होने के बाद बोले उदयनिधि स्टालिन
शीर्ष न्यायालय से नोटिस मिलने के बाद उदयनिधि ने शनिवार को कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी नोटिस के संबंध में सिर्फ समाचार पत्रों में पढ़ा है। उन्हें अभी तक इस मामले में कोई भी नोटिस नहीं मिला है। उदयनिधि ने इस दौरान कहा कि उन्हें नोटिस मिलने पर शीर्ष अदालत में उचित प्रस्तुतिकरण दिया जाएगा।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 24 Sep 2023 12:07 AM (IST)
चेन्नई, पीटीआई। सनातन धर्म पर विवादित बयान देने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) को नोटिस जारी किया था। शीर्ष न्यायालय से नोटिस मिलने के बाद उदयनिधि ने शनिवार को कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी नोटिस के संबंध में सिर्फ समाचार पत्रों में पढ़ा है। हालांकि, उन्हें अभी तक इस मामले में कोई भी नोटिस नहीं मिला है।
न्यायपालिका पर है पूरा भरोसाः उदयानिधि
उदयनिधि ने इस दौरान कहा कि उन्हें नोटिस मिलने पर शीर्ष अदालत में उचित प्रस्तुतिकरण दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि हमें न्यायपालिका पर भरोसा है। मालूम हो कि सनातन धर्म विवाद मामले में 22 सितंबर को जस्टिस अनिरुद्ध बोस और बेला एम त्रिवेदी की सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने चेन्नई स्थित वकील बी जगन्नाथ द्वारा दायर की गई याचिका पर सुनवाई करते हुए नोटिस जारी किया था।
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क्या है मामला?
मालूम हो कि उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी। उन्होंने कहा था- कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, बल्कि उन्हें खत्म करना जरूरी होता है। जिस तरह हम डेंगू-मलेरिया का केवल विरोध नहीं कर सकते, बल्कि उन्हें खत्म करना भी जरूरी होता है। उसी तरह सनातन धर्म का केवल विरोध ही नहीं करना चाहिए, बल्कि इसे खत्म भी करना चाहिए।
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