मेघालय में यूडीपी-पीडीएफ का भी कोनराड संगमा की पार्टी को मिला साथ, अबतक 45 विधायकों का प्राप्त हुआ समर्थन
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा रविवार को त्रिपुरा और नगालैंड में सरकार गठन पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंचे। इस दौरान नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो भी बैठक में शामिल हुए। (फोटो एएनआई)
By Jagran NewsEdited By: Anurag GuptaUpdated: Mon, 06 Mar 2023 02:00 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। मेघालय में कोनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) को सत्ता से बाहर रखने के लिए वैकल्पिक सरकार के गठन की राह देख रही तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस को रविवार को जोर का झटका लगा। मेघालय के दो बड़े क्षेत्रीय दलों यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (UDP) और पीपुल्स डेमोक्रटिक फ्रंट (PDF) ने रविवार को पूर्वोत्तर राज्य में अगली सरकार के गठन के लिए एनपीपी को अपना समर्थन दे दिया।
UDP को 11 सीटों पर मिली सफलता
यूडीपी के अध्यक्ष मेटबाह लिंडोह ने कोनराड के. संगमा को लिखे एक पत्र में समर्थन की बात कही। यूडीपी ने 11 सीटें हासिल की हैं। इस तरह से एनपीपी को अब राज्य में 59 सदस्यीय विधानसभा में 45 विधायकों का समर्थन हासिल हो गया है। दो-दो विधायक वाली भाजपा और एचएसपीडीपी के अलावा दो निर्दलीय विधायकों ने पहले ही अपना समर्थन पत्र एनपीपी को सौंप दिया है। इस बीच मेघालय में नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह और अध्यक्ष के चुनाव के लिए मेघालय विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि सदन की पहली बैठक सोमवार को होगी और प्रोटेम स्पीकर विधायकों को पद की शपथ दिलाएंगे। उन्होंने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए नौ मार्च को फिर से सदन की बैठक होगी। उधर, त्रिपुरा और नगालैंड में सरकार को लेकर भाजपा आलाकमान दिल्ली में मंथन में जुटा है।
नार्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) के अध्यक्ष और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा रविवार को इन दोनों राज्यों में सरकार गठन पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंचे। इस दौरान नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो भी बैठक में शामिल हुए।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक के दौरान सरकार गठन और कैबिनेट के ढांचे पर चर्चा हुई। भाजपा त्रिपुरा में फिर से सत्ता में लौटी है और नगालैंड में उसने गठबंधन सहयोगी नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के साथ सत्ता बरकरार रखी है।
नगालैंड में अब विपक्ष रहित सरकार
नगालैंड में सभी दलों ने एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन को बिना शर्त समर्थन दे दिया है। इसी के साथ नगालैंड में अब विपक्ष रहित सरकार चलेगी। चुनाव पूर्व गठबंधन सहयोगी एनडीपीपी-भाजपा ने क्रमश: 25 और 12 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस तरह 60 सदस्यीय सदन में उसे कुल 37 सीटें मिलीं। नागालैंड की सभी पार्टियों ने अब एक साथ मिलकर सरकार चलाने का निर्णय लिया है।
बता दें कि यहां एनसीपी को सात, एनपीपी को पांच, लोजपा (रामविलास) को दो , नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) और आरपीआई (अठावले) को दो-दो और जद (यू) को एक सीट पर विजय मिली थी। इसके अलावा चार निर्दलीय जीते थे। हालांकि, एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन ने अभी तक सरकार गठन का दावा पेश नहीं किया है, लेकिन उसे अपनी दूसरी पारी जारी रखने के लिए अन्य राजनीतिक दलों से बिना शर्त समर्थन मिला है।