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Karnataka Election: शिवकुमार पर कांग्रेस उम्मीदवारों से 'रिश्वत' लेने का आरोप, EC में दर्ज की गई शिकायत

केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने आरोप लगाया कि डी के शिवकुमार ने खुद स्वीकार किया है कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए टिकट की चाह रखने वाले उम्मीदवारों से पैसे लिए हैं।

By Edited By: Gaurav TiwariUpdated: Sat, 22 Apr 2023 10:30 AM (IST)
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केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की ।

बेंगलुरू, एजेंसी। केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कांग्रेस उम्मीदवारों से 'रिश्वत' लेने के आरोप में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की है। उनका आरोप है कि पार्टी के उम्मीदवारों से बी-फॉर्म जारी करने में कथित तौर पर रिश्वत मांगी गई है।

करंदलाजे राज्य चुनाव प्रबंधन समिति की संयोजक हैं। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि शिवकुमार ने खुद स्वीकार किया है कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए टिकट की चाह रखने वाले उम्मीदवारों से पैसे लिए हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार मीणा के समक्ष दर्ज कराई गई शिकायत में करंदलाजे ने शिवकुमार के साथ-साथ कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की।

शिकायत में क्या बोलीं शोभा करंदलाजे?

नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 अप्रैल थी और जमा किए गए कागजात की शुक्रवार को निर्वाचन अधिकारियों द्वारा जांच की गई।

करंदलाजे ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार मीणा को अपनी शिकायत में कहा, "शिवकुमार, जो कि चुनाव लड़ने के लिए बी-फॉर्म जारी करने के लिए अधिकृत व्यक्ति भी हैं, उन्होंने खुले तौर पर कहा है कि केपीसीसी ने कांग्रेस पार्टी के टिकट उम्मीदवारों से पैसे लिए गए हैं। बीजेपी मंत्री ने कांग्रेस नेता के साथ-साथ पार्टी के सभी उम्मीदवारों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है। करंदलाजे ने कहा, "यह भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत रिश्वतखोरी के अलावा और कुछ नहीं है और चुनाव कानूनों और आदर्श आचार संहिता का भी गंभीर उल्लंघन है।"

बता दें कि इससे पहले ही कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार कथित रूप से मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी को लेकर विवादों का सामना कर रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर (आईटी) विभाग द्वारा कई जांचें भी रखी गई है। हालांकि, उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए बीजेपी की सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया था।