आम आदमी पर बोझ हैं अनावश्यक पुराने कानून, रिजिजू ने इन्हें हटाने पर दिया जोर
आज के समय में ऐसे कई पुराने कानून हैं जिनकी प्रासंगिकता नहीं रह गई है। कानून मंत्री ने इसे आम जनता पर बोझ बताया और हटाने पर जोर दिया। साथ ही यह भी बताया कि अब तक 1500 कानून हटाए जा चुके हैं।
By Monika MinalEdited By: Updated: Sat, 22 Oct 2022 04:31 PM (IST)
शिलांग, आनलाइन डेस्क। केंद्रीय कानून मंत्री किरन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने शनिवार को बताया, 'कुछ पुराने कानून आम जनता की सामान्य जिंदगी में अड़चनें पैदा कर रहीं हैं। लोगों पर इस जबरन बोझ को हमें कम करना होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इच्छा जाहिर की थी कि आम जनता की जिंदगी में सरकार का कम से कम दखल होना चाहिए, साथ ही इन्हें शांतिपूर्वक रहना चाहिए और सरकार का दखल इसमें कम से कम होना चाहिए।'
पुराने कानूनों को हटाने का फैसला
उन्होंने आगे कहा, 'हमने इस तरह के पुराने कानूनों को खत्म करने का फैसला लिया है जो काफी समय पहले लागू थे और अभी इनकी प्रासंगिकता नहीं के बराबर है। अनावश्यक कानून आम आदमी पर बोझ है और इसे हटाना होगा। पहले ही हमने 1500 से अधिक कानूनों को हटाया है।'
रोजगार मेले में पहुंचे थे कानून मंत्री
केंद्रीय कानून मंत्री शनिवार को शिलांग पहुंचे। यहां उन्होंने रोजगार मेले में हिस्सा लिया। कानून मंत्री ने ट्वीट में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज रोजगार मेले का शुभारंभ किया । इस क्रम में सरकार की ओर से 75 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया है। ये पत्र पाने वाले शिलांग के युवक भी हैं। सभी को शुभकामनाएं।कानून मंत्री ने रिजिजू के कार्यालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को रिट्वीट किया। स्टार्टअप इंडिया अभियान ने देश के युवाओं के सामर्थ्य को पूरी दुनिया में स्थापित कर दिया है। साल 2014 तक जहां देश में कुछ 100 ही स्टार्टअप थे, आज ये संख्या 80 हजार से अधिक हो चुकी है।
केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा कि कुछ पुराने कानून से लोगों को मुक्ति दिलानी है, उनके जीवन पर से बोझ कम करना है। अतएव हमने फैसला किया है कि हम उन कानूनों को हटाएंगे। निराश करने वाली न्याय प्रक्रिया, देश की प्रगति में भी बन रही बड़ी बाधा
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