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लालकृष्ण आडवाणी ने लिखा ब्लॉग, मेरे लिए पहले देश, फिर पार्टी, अंत में मैं; मोदी ने जताई सहमति

लालकृष्ण आडवाणी ने लिखा कि अपनी स्थापना से ही भाजपा में जो लोग राजनीतिक रूप से हमारे विचार को नहीं मानते को अपने दुश्मन नहीं बल्कि अपने विपक्षी के तौर पर देखा।

By Sanjeev TiwariEdited By: Updated: Thu, 04 Apr 2019 10:07 PM (IST)
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लालकृष्ण आडवाणी ने लिखा ब्लॉग, मेरे लिए पहले देश, फिर पार्टी, अंत में मैं; मोदी ने जताई सहमति
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पहली बार चुनावी राजनीति से बाहर होने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता और मार्गदर्शक मंडल के सदस्य लालकृष्ण आडवाणी ने ब्लॉग लिखकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। जनसंघ और उसके बाद भाजपा की स्थापना में अहम भूमिका निभाने वाले आडवाणी ने छह अप्रैल को पार्टी की स्थापना दिवस के ठीक पहले राजनीतिक जीवन के अपने अनुभवों को साझा किया है।

इसके साथ ही छह बार जिताकर लोकसभा में भेजने और प्यार व समर्थन देने के लिए गांधीनगर के लोगों का आभार जताया है।आडवाणी के अनुसार उन्हें अपने राजनीतिक जीवन में दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी और कई अन्य महान, प्रेरणादायक व दिग्गजों के साथ काम करने का सौभाग्य मिला। इस दौरान उनका मार्गदर्शक सिद्धांत पहले देश, उसके बाद पार्टी और सबसे अंत में अपने बारे में सोचना रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा मीडिया सहित सभी लोकतांत्रिक संस्थानों की स्वतंत्रता, अखंडता, निष्पक्षता और मजबूती की मांग करने में सबसे आगे रही है।

यही कारण है कि चुनावी सुधार, राजनीतिक व चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता भाजपा के लिए प्राथमिकता में रही है। आडवाणी ने बताया कि भाजपा ने अपनी स्थापना के बाद से ही कभी भी राजनीतिक रूप से अलग विचार रखने वालों को अपना दुश्मन नहीं माना। इसी तरह राष्ट्रवाद की अवधारणा में हमने कभी भी अपने राजनीति विरोधियों को देश विरोधी नहीं माना।

भाजपा ने हमेशा हर नागरिक की व्यक्तिगत आजादी का सम्मान किया है और इसका राजनीति में ख्याल रखा है। चुनाव को लोकतंत्र का त्योहार बताते हुए आडवाणी ने कहा कि इस अवसर पर लोकतांत्रिक प्रणाली से जुड़े सभी पक्षों, राजनीतिक दलों, चुनाव से जुड़ी संस्थाओं और सबसे ऊपर मतदाताओं को आत्मचिंतन करने की जरूरत है।

आडवाणी ने बताई भाजपा की मूल भावना : मोदी
आडवाणी के ब्लॉग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'आडवाणी जी ने भाजपा की मूल भावना को संपूर्णता में समेटा है। विशेषतौर पर हमारा मार्गदर्शक मंत्र - पहले देश, फिर पार्टी और अंत में स्वयं। मुझे भाजपा का कार्यकर्ता होने पर गर्व है और गर्व है कि आडवाणी जी जैसी महान हस्तियों ने इसे मजबूती दी है।' उन्होंने आडवाणी के ब्लॉग का लिंक भी साझा किया।