Vinod Tawde: 'मैं चाय पीने गया था और फिर...', वोट के बदले नोट मामले पर खुलकर बोले तावड़े
विनोद तावड़े पर लगे आरोपों पर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि आजादी के बाद सांसदों की खरीद-फरोख्त की सिर्फ एक घटना हुई है जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी सही करार दिया। यह प्रकरण झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसदों को खरीदने का है जो 1994 में कांग्रेस की तत्कालीन सरकार को बचाने के लिए किया गया था। इसके 30 साल बाद भी झामुमो और कांग्रेस साथ-साथ हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने विपक्ष द्वारा लगाए गए पैसे बांटने के आरोपों को पार्टी ने सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं आज वाडा से मुंबई लौट रहा था। वसई पहुंचने पर मैंने स्थानीय भाजपा उम्मीदवार राजन नाईक को उनकी चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए फोन किया।
हमारे बीच चुनाव की चर्चा चल रही थी
तावड़े ने कहा कि जब मैंने नाईक को फोन किया तो उन्होंने कहा कहा कि हम अपने कार्यकर्ताओं के साथ वसई के एक होटल में हैं। आप भी आइए, यहीं साथ में चाय पीते हैं। इसलिए मैं उस होटल में गया था। मैं वहां पहुंचा और चाय पीने के दौरान स्वाभाविक रूप से हमारे बीच चुनाव की चर्चा चल रही थी।
हितेंद्र ठाकुर से फोन पर संपर्क किया
उन्होंने आगे कहा कि मैं मतदान के दिन की तकनीकी प्रक्रिया और हमारे लिए बरती जाने वाली सावधानी के बारे में बात कर रहा था। उसी समय कुछ कार्यकर्ता अचानक वहां पहुंचे और मुझे घेर कर चिल्लाने लगे। यह जानने के बाद कि ये कार्यकर्ता बहुजन विकास आघाडी के हैं, मैंने उस पार्टी के प्रमुख हितेंद्र ठाकुर से फोन पर संपर्क किया और उनसे निवेदन किया कि कृपया अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर रोकें।पैसे बांटे जाने का सवाल ही नहीं उठता
माननीय हितेंद्र ठाकुर और विधायक क्षितिज ठाकुर वहां आये। उन दोनों से बात करने के बाद मैं उनके साथ उन्हीं की कार से बाहर निकला। ये पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हुई है। मैं वहां सिर्फ बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ चाय पीने गया था और हमारे बीच चुनाव पर चर्चा चल रही थी। ऐसे में वहां मेरे द्वारा पैसे बांटे जाने का सवाल ही नहीं उठता।
EC को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए
उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में सीसीटीवी फुटेज की जांच करें, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। इस घटना को लेकर टिप्पणी करने वाले राहुल गांधी और सुप्रिया सुले जैसे नेताओं को वास्तविकता को समझना चाहिए। साथ ही चुनाव आयोग को इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।भाजपा ने विपक्ष को घेरा
विनोद तावड़े पर लगे आरोपों को मनगढ़ंत बताते हुए भाजपा ने कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड में सुनिश्चित हार की हताशा में विपक्ष अनर्गल आरोप लगा रहा है। पूरे घटनाक्रम पर सवाल उठाते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधांशु त्रिवेदी ने पांच करोड़ रुपये बांटने के आरोप को सिद्ध करने के लिए विपक्ष से सुबूत की मांग की। उन्होंने कहा कि बिना सुबूत के विपक्ष सिर्फ हवा में आरोप लगा रहा है।