वायनाड उपचुनाव: प्रियंका के शपथ पत्र पर BJP के सवाल, IT के डाटा से मैच नहीं राबर्ट वाड्रा की संपत्ति
भाजपा ने गुरुवार को गांधी परिवार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वायनाड उपचुनाव के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा का नामांकन वंशवादी राजनीति की जीत और योग्यता की हार है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के चुनावी हलफनामे में संपत्ति की घोषणा में विसंगतियों का भी आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लेकर भी सवाल उठाए।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पहली बार वायनाड उपचुनाव से चुनावी राजनीति में उतरीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को पहले ही कदम पर घेरने का प्रयास भाजपा ने किया है। उनके शपथ पत्र में घोषित संपत्ति पर प्रश्न खड़े करते हुए भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने तीखे कटाक्ष के साथ पूछा- यह मुहब्बत की दुकान है या दलाली की दुकान?
प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा नामांकन के साथ दाखिल शपथ पत्र पर प्रश्न खड़े करते हुए गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि इसमें राबर्ट वाड्रा की घोषित संपत्ति कम है, लेकिन आयकर विभाग द्वारा उन पर लगाए गए आयकर की राशि कहीं ज्यादा है।
राबर्ट वाड्रा की संपत्ति कितनी?
राबर्ट वाड्रा पर 2010-11 में सात करोड़ रुपये, 2011-12 में तीन करोड़ रुपये, 2013-14 में 11 करोड़, 2014-15 में 10 करोड़ रुपये से लेकर 2020-21 तक के आयकर को जोड़ा जाए तो राबर्ट वाड्रा पर लगाए गए आयकर की राशि 75 करोड़ रुपये होगी। जबकि घोषित संपत्ति इससे काफी कम है। यह कैसे हो सकता है। क्या यह नहीं कहा जाएगा कि गांधी परिवार के दिखाने के और खाने दांत अलग-अलग हैं। सच्चाई यह है कि गांधी परिवार की घोषित आय के सैकड़ों गुना ज्यादा अघोषित आय है।
भाजपा के एक तीर से तीन निशाने
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं कि गरीबों का रुपया लेकर अंबानी को दे दिया, जबकि प्रियंका वाड्रा के शपथ पत्र के अनुसार, राबर्ट वाड्रा उसी कंपनी में निवेश करते हैं, जिस कंपनी का नाम बार-बार राहुल गांधी लेते हैं। यह कैसा विरोधाभास और दोहरा चरित्र है?