Agnipath योजना के पीछे क्या है मोदी सरकार का मकसद? Kargil Vijay Diwas के दिन प्रधानमंत्री ने विपक्ष को दे दिया जवाब
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने वॉर मेमोरियल के जरिए अग्निपथ योजना की वजह से देश के युवाओं को मिल रहे फायदे का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना के जरिए देश के युवाओं के सपने साकार हो रहे हैं। अग्निवीर योजना पर हो रही सियासी बहस पर दुख जताते हुए उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas 2024) के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सैनिकों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। वहीं, उन्होंने इस अवसर पर अग्निपथ योजना (Agnipath Yojana) की वजह से देश के युवाओं को मिल रहे लाभ का भी जिक्र किया।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी हमारी सेनाओं ने बीते वर्षों में कई साहसिक निर्णय लिए हैं। सेना द्वारा किए जरूरी रिफॉर्म का एक उदाहरण अग्निपथ स्कीम भी है।अग्निपथ योजना से देश की ताकत बढ़ेगी और देश का सामर्थ्यवान युवा भी मातृभूमि की सेवा के लिए आगे आएगा। प्राइवेट सेक्टर और पैरा मिलिट्री फोर्सेस में भी अग्निवीरों को प्राथमिकता देने की घोषणाएं की गई हैं।
पीएम मोदी का विपक्ष को जवाब
अग्निपथ योजना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने पिछली यूपीए सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दशकों तक संसद से लेकर अनेक कमेटियों तक में सेनाओं को युवा बनाने पर चर्चाएं होती रही हैं। भारत के सैनिकों की औसत आयु ग्लोबल एवरेज से ज्यादा होना, ये हम सबकी चिंता बढ़ाता रहा है। इसलिए यह विषय वर्षों तक अनेक कमेटियों में भी उठा, लेकिन देश की सुरक्षा से जुड़ी इस चुनौती के समाधान की पहले इच्छाशक्ति नहीं दिखाई गई। शायद कुछ लोगों की मानसिकता ही ऐसी थी कि सेना मतलब, नेताओं को सलाम करना, परेड करना।
अग्निपथ योजना पर भ्रम फैला रहे लोगों को पीएम मोदी का करारा जवाब।
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सेना मतलब देश की सुरक्षा की गारंटी: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि हमारे लिए सेना मतलब, 140 करोड़ देशवासियों की आस्था करना, हमारे लिए सेना मतलब 140 करोड़ देशवासियों की शांति की गारंटी, हमारे लिए सेना मतलब देश की सीमाओं को सुरक्षा की गारंटी। अग्निपथ योजना के जरिए देश ने इस महत्वपूर्ण सपने को एड्रेस किया।"
पीएम मोदी ने कांग्रेस समेत विपक्षी दलों का बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि दुर्भाग्य से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इतने संवेदनशील विषय को कुछ लोगों ने राजनीति का विषय बना दिया है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कुछ लोग सेना के इस रिफॉर्म पर भी अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए झूठ की राजनीति कर रहे हैं। ये वही लोग हैं, जिन्होंने सेनाओं में हजारों-करोड़ के घोटाले करके हमारी सेनाओं को कमजोर किया। ये वही लोग हैं, जो चाहते थे कि एयरफोर्स को कभी आधुनिक फाइटर जेट न मिल पाएं। ये वही लोग हैं, जिन्होंने तेजस फाइटर प्लेन को भी डिब्बे में बंद करने की तैयारी कर ली थी।
अग्निपथ योजना पर हो रही सियासत
सवाल यह है कि आखिर पीएम मोदी ने कारगिल दिवस के मौके पर अग्निपथ योजना का जिक्र क्यों किया? इसका जवाब है कि कुछ दिनों पहले संसद के विशेष सत्र में अग्निपथ योजना और अग्निवीरों को लेकर सत्ता दल और विपक्ष पर जबरदस्त बहस हुई थी। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अग्निवीरों से जुड़े कुछ मुद्दों को उठाया था, जिसपर जबरदस्त हंगामा हुआ था।
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया है कि अग्निवीर को 'जवान' नहीं कहा जाता। साथ ही उन्होंने कहा कि चार साल तक सेवा करने वाले अग्निवीरों को पेंशन भी नहीं मिलेगी।
राहुल गांधी ने कहा था,"एक अग्निवीर जवान ने बारूदी सुरंग विस्फोट में अपनी जान गंवा दी, लेकिन उसे शहीद नहीं कहा गया। अग्निवीर इस्तेमाल करो और फेंक दो वाला मजदूर है।"
राजनाथ सिंह ने आरोपों का दिया था जवाब
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के इस आरोपों का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया था। राजनाथ सिंह ने जानकारी दी थी कि देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए या युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले अग्निवीर के परिवार को एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। रक्षा मंत्री ने आगे कहा था कि राहुल गांधी इन बयानों से सदन को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
CISF-BSF भर्ती में अग्निवीरों को मिलेगा 10 फीसदी आरक्षण
वहीं, हाल ही में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पूर्व अग्निवीरों को कांस्टेबल के पदों पर 10 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कही है। इससे पहले पिछले साल केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में पूर्व अग्निवीरों को आरक्षण देने की घोषणा की थी।
सशस्त्र बलों में युवाओं की भर्ती के लिए पिछले साल अग्निपथ योजना शुरू की गई थी। इस योजना की घोषणा 16 जून 2022 को की गई थी। इस योजना के तहत सेना में शामिल होने वाले जवानों को ‘अग्निवीर' के नाम से जाना जाता है।
अग्निपथ योजना पर सेना ने क्या कहा?
अग्निवीर बनने के लिए योग्यता क्या है?
10वीं पास उम्मीदवार अग्निवीर जनरल ड्यूटी पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवार का 10वीं की परीक्षा में 45 प्रतिशत नंबरों के साथ पास आना अनिवार्य है। वहीं, उम्मीदवार को सभी विषयों में न्यूनतम 33 प्रतिशत नंबरों के साथ पास होना होगा। अग्निपथ योजना के लिए 17 से 23 वर्ष के उम्मीदवार योग्य माने जाते हैं।
अग्निवीर सैनिकों को कितनी होती है सैलरी?
साल | मासिक वेतन |
हर माह नकद |
कॉर्पस कंट्रीब्यूशन |
सरकार का कंट्रीब्यूशन |
पहला साल | 30,000 | 21,000 | 9,000 | 9,000 |
दूसरे साल | 33,000 | 23,000 | 9,900 | 9,900 |
तीसरे साल | 36,000 | 25,000 | 10,950 | 10,950 |
चौथे साल | 40,000 | 28,000 | 12,000 | 12,000 |
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