कब खत्म होगा अमेठी-रायबरेली से राहुल-प्रियंका की उम्मीदवारी का सस्पेंस? वायनाड में वोटिंग के बाद होगा फैसला
लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही अमेठी और रायबरेली सीट पर गांधी परिवार के सदस्यों के चुनाव लड़ने को लेकर सियासी अटकलों-चर्चाओं का दौर जारी है। पार्टी के उच्चपदस्थ सूत्रों ने अनौपचारिक चर्चा में स्वीकार किया कि प्रदेश कांग्रेस ही नहीं जमीनी कार्यकर्ताओं की व्यापक राय यही आयी है कि सोनिया गांधी के सीधे चुनावी राजनीति से अलग होने के बाद रायबरेली से प्रियंका गांधी को चुनाव लड़ना चाहिए।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही अमेठी और रायबरेली सीट पर गांधी परिवार के सदस्यों के चुनाव लड़ने को लेकर सियासी अटकलों-चर्चाओं का दौर जारी है। उत्तर प्रदेश की इन दो महत्वपूर्ण सीटों की उम्मीदवारी पर जारी यह सस्पेंस लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान तक जारी रहने के पुख्ता संकेत हैं।
केरल से लोकसभा चुनाव लड़ रहे राहुल गांधी की सीट वायनाड में दूसरे चरण में ही 26 अप्रैल को वोटिंग है। अमेठी और रायबरेली सीट से उम्मीदवारी पर तब तक सस्पेंस कायम रहने के इन संकेतों से साफ है कि राहुल गांधी के साथ पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनाव लड़ने का विकल्प पूरी तरह खुला है।
कब खत्म होगा सस्पेंस?
पार्टी के उच्चपदस्थ सूत्रों ने अनौपचारिक चर्चा में स्वीकार किया कि प्रदेश कांग्रेस ही नहीं जमीनी कार्यकर्ताओं की व्यापक राय यही आयी है कि सोनिया गांधी के सीधे चुनावी राजनीति से अलग होने के बाद रायबरेली से प्रियंका गांधी को चुनाव लड़ना चाहिए। कार्यकर्ताओं की इस राय से शीर्ष नेतृत्व भी अवगत है, मगर अभी उसका फोकस पहले और दूसरे चरण के चुनावों पर है जिसमें वायनाड भी शामिल है। इसलिए इन दोनों सीटों पर फैसला लेने के लिए अभी करीब तीन हफ्ते का वक्त है।यह भी पढ़ें: अमेठी लोकसभा सीट से राहुल नहीं तो कौन? वाड्रा की ‘इच्छा’ के साथ ही एक और ‘चेहरा’ टिकट की दौड़ में आगे