Move to Jagran APP

कांग्रेस हाईकमान की पहली पसंद क्यों हैं सिद्धारमैया, ये वजह करती हैं सीएम पद के लिए दावेदारी मजबूत

Siddaramaiah Profile कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कर्नाटक के सीएम के नाम को लेकर कांग्रेस नेताओं में मंथन चल रहा है। डीके शिवकुमार या फिर सिद्धारमैया... कांग्रेस किसे सीएम बनाएगी ये देखना होगा। हालांकि सीएम के लिए सिद्धारमैया का नाम तय माना जा रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Manish NegiUpdated: Wed, 17 May 2023 04:17 PM (IST)
Hero Image
कांग्रेस हाईकमान की पहली पसंद क्यों हैं सिद्धारमैया
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। कर्नाटक का सीएम कौन होगा, इसका फैसला कांग्रेस अभी तक नहीं कर सकी है। बीते शनिवार को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद सीएम के नाम को लेकर मंथन चल रहा है। सीएम की रेस में डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया का नाम सबसे आगे है। अगले कुछ ही घंटों में कांग्रेस कर्नाटक के नए 'किंग' के नाम का एलान कर सकती है। हालांकि, कहा जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान सिद्धारमैया के नाम पर अपना मन बना चुका है। कुछ ही दिन में वह सीएम पद की शपथ लेंगे।

कर्नाटक के अगले सीएम के लिए डीके शिवकुमार का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है। हालांकि, सिद्धारमैया, डीके के मुकाबले बीस साबित होते नजर आ रहे हैं। आपको बताते हैं कि सिद्धारमैया कौन हैं और सीएम पद के लिए वह पहली पसंद क्यों हैं।

कौन हैं सिद्धारमैया?

कानून की पढ़ाई करने वाले सिद्धारमैया 1983 में पहली बार विधायक बने थे। 1994 में जनता दल की सरकार में उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया। हालांकि, 1994 में पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा के साथ विवाद के बाद उन्होंने जेडीएस का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। सिद्धारमैया 12 बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं। सिद्धारमैया के नाम देश में 13 बार बजट पेश करने का भी रिकॉर्ड है। 2013 से लेकर 2018 तक पांच साल उन्होंने कर्नाटक की कमान संभाली।

क्यों हैं कांग्रेस हाईकमान की पहली पसंद?

वैसे तो कर्नाटक में कांग्रेस की जीत की राह आसान करने के लिए डीके शिवकुमार ने भी खूब मेहनत की, लेकिन सिद्धारमैया सीएम पद के लिए कांग्रेस हाईकमान की पहली पसंद बने हुए हैं। दरअसल, सिद्धारमैया के बारे में कहा जाता है कि वो जमीनी स्तर के नेता हैं। साथ ही कांग्रेस विधायकों के बड़े वर्ग में उनकी स्वीकार्यता भी है। वह पांच साल तक कर्नाटक के सीएम रह चुके हैं, ये बात भी उनके पक्ष में जाती है। उन्हें राहुल गांधी का भी करीबी माना जाता है।