बिहार-झारखंड में कौन होगा कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष? एमपी समेत कई राज्यों में इन नामों पर चर्चा तेज
विधानसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस ने राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए चयन पर मंथन शुरू कर दिया है। पश्चिम बंगाल ओडिसा तथा मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में पार्टी के निराशजनक प्रदर्शन के बाद संगठनात्मक ढांचे में बदलाव को लेकर मीटिंग का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में बिहार झारखंड समेत आधा दर्जन राज्यों में प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्षों की नियुक्ति का इंतजार है।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर और झारखंड जैसे चुनावी राज्यों में प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व बदलने का पार्टी नेतृत्व ने लगभग आखिरी पड़ाव पर फैसला कर लिया हो मगर कम से कम आधा दर्जन राज्यों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर मशक्कत जारी है।
कर्नाटक और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में जहां दूरगामी राजनीति समीकरणों के चलते प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति का पेच फंसा हुआ। वहीं बिहार, केरल तथा ओडिसा सरीखे राज्यों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति पर अभी दुविधा की स्थिति कायम है।
भविष्य की चुनौतियां
तेलंगाना में कांग्रेस जरूर संशय की स्थिति से बाहर निकलते हुए राज्य की कमान पिछड़े वर्ग के एक वरिष्ठ नेता महेश कुमार गौड़ को सौंपने का मन लगभग बना चुकी है। लोकसभा चुनाव 2024 में राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन के बाद पार्टी नेतृत्व ने भविष्य की चुनौतियों और चुनावों के मद्देनजर राज्यों के संगठनात्मक ढांचे को और अधिक मजबूत करने की बात कही थी।
बंगाल के लिए विकल्प
पश्चिम बंगाल में नए अध्यक्ष का चेहरा तय करने में दोहरी चुनौती है क्योंकि एक तरफ पार्टी को अधीर रंजन चौधरी जैसे जमीन पर लड़ने वाले दिग्गज का विकल्प ढूंढ़ना है। दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी के साथ राष्ट्रीय राजनीति में विपक्षी गठबंधन के सामंजस्य का बनाए रखने की चुनौती है। इस उधेड़-बुन की वजह से ही अधीर के विकल्प पर फैसला नहीं हो पाया है।
नियुक्ति का फैसला जल्द
ओडिसा में तो प्रदेश कांग्रेस का संगठन चुनाव नतीजे आने के एक पखवाड़े बाद ही जून में भंग कर दिया गया था और शरत पटनायक की जगह नए अध्यक्ष की नियुक्ति अभी नहीं हो पाई है। झारखंड में केशव महतो और जम्मू-कश्मीर में तारिक हामिद करा को प्रदेश कांग्रेस की बागडोर सौंपे जाने के बाद अन्य राज्यों में अध्यक्षों की नियुक्ति का फैसला जल्द किए जाने के पार्टी ने संकेत दिए हैं।दक्षिण के लिए भी मंथन
- केरल कांग्रेस के अध्यक्ष सतीशन अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं और अगले चुनाव के मद्देनजर वहां सबको साथ लेकर चलने वाले नए अध्यक्ष की पार्टी तलाश कर रही है।
- तेलंगाना में कांग्रेस नेतृत्व ने पिछले हफ्ते शुक्रवार को मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी समेत प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति पर सहमति बना ली।
- रेवंत अभी प्रदेश अध्यक्ष की दोहरी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं मगर संकेत हैं कि कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई से सियासत शुरू करने वाले पिछड़े वर्ग के वरिष्ठ नेता महेश कुमार गौड़ को तेलंगाना कांग्रेस की बागडोर सौंपने की तैयारी है।
- दलित समुदाय के वरिष्ठ नेता अदुरी लक्ष्मण कुमार तथा पूर्व सांसद मधु याक्षी गौड़ा भी इसके लिए दावेदारों की लिस्ट में शामिल थे मगर राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए गौड़ को कमान सौंपा जाना लगभग तय हो गया है।
- कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ भाजपा की ओर से उठाए गए मुडा जमीन विवाद पर गरमाई सियासत के चलते उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से मुक्त किए जाने की फिलहाल कोई संभावना नहीं है। कांग्रेस हाईकमान मुख्यमंत्री सिद्धरमैया का समर्थन कर रहा है।
- हालांकि सिद्धरमैया के खिलाफ 29 अगस्त को हाई कोर्ट में मामले की सुनवाई के बाद कोई कानूनी चुनौती आती है तब पार्टी राज्य में संगठन तथा सरकार के नेतृत्व को लेकर उसके अनुरूप मंथन करेगी।