संघ के गढ़ से कांग्रेस का शंखनाद, भाजपा पर राहुल गांधी का वार; बोले- देश में आज दो विचारधारा की लड़ाई
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड सांसद राहुल गांधी ने पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर नागपुर में भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने हैं तैयार हम रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अंबेडकर जी की कर्मभूमि में आकर आज मुझे बहुत खुशी हो रही है। आज कांग्रेस का स्थापना दिवस है और हम नागपुर में बात करने के लिए आए हैं।
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड सांसद राहुल गांधी ने पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर नागपुर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का छोटे से छोटा नेता या कार्यकर्ता किसी भी नेता को टोक सकता है। हमारे कार्यकर्ता मेरे पास आकर मुझे यह बताते हैं कि आपने यह अच्छा नहीं किया और फिर मैं उन्हें उसके बारे में समझाता हूं। हालांकि, मैं उन्हें यह भी कह देता हूं कि मैं आपकी बात से सहमत नहीं हूं, लेकिन मैं उनकी आवाज सुनता हूं।
वायनाड सांसद ने कहा,
लोग कहते हैं कि कांग्रेस ने क्या किया? आजादी से पहले अगर आप इस देश में आते तो देखते कि 500-600 राजा थे, अंग्रेज थे। राजाओं का गन सैल्यूट होता था। 19-21 तोपों के सैल्यूट होते थे, पर हिंदुस्तान की जनता को कोई अधिकार नहीं था। गरीब व्यक्ति की जमीन अगर राजा को पसंद आई तो वह एक सेकंड में उससे ले जा सकता था।
क्या कुछ बोले राहुल गांधी?
राहुल गांधी ने 'हैं तैयार हम' रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अंबेडकर जी की कर्मभूमि में आकर आज मुझे बहुत खुशी हो रही है। आज कांग्रेस का स्थापना दिवस है और हम नागपुर में आप लोगों से बात करने के लिए आए हैं। देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। लोगों को लगता है कि राजनीतिक लड़ाई है, सत्ता की लड़ाई है, वो है, मगर यह लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है। एनडीए और आईएनडीआईए के बीच है।
संघ और भाजपा पर बरसे राहुल
राहुल गांधी ने संघ और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज यह लोग तिरंगा को सलामी देते हैं, लेकिन सालों तक इन्होंने तिरंगे को सलामी नहीं दी। वोटिंग के अधिकार पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि संविधान हिंदुस्तान के हर नागरिक को एक वोट देता है। गांधी जी और नेहरू जी जेल गए। अंबेडकर जी ने सालों संघर्ष किया।
उन्होंने कहा कि हमारी विचारधारा कहती है कि देश की लगाम हिंदुस्तान की जनता के हाथ में होनी चाहिए और देश को जैसे पहले राजा चलाते थे वैसे नहीं चलाया जाना चाहिए। हम जनशक्ति, लोकशक्ति की बात करते हैं। आप हमारे सभी कानून देखिये। आजादी की लड़ाई राजा-महाराजाओं ने नहीं, बल्कि देश की जनता ने लड़ी थी। राजा-महाराजाओं की अंग्रेजों से पार्टनरशिप थी। आजादी की लड़ाई अंग्रेजों और राजा-महाराजाओं दोनों के खिलाफ थी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी गरीब जनता के लिए लड़ी थी। राजा-महाराजाओं और अंग्रेजों के बीच पार्टनरशिप थी और इसी के खिलाफ कांग्रेस ने लड़ाई लड़ी।