Ganga Yatra in UP : बलिया और बिजनौर से आज रवाना होगी गंगा यात्रा, पांच दिन में 1238 किमी का सफर
Ganga Yatra in UP देश की पहली पांच दिवसीय गंगा यात्रा को बलिया के दुबे छपरा से राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तो बिजनौर के सबलगढ़ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यात्रा को झंडी दिखाएंगे।
By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Mon, 27 Jan 2020 04:29 PM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। देश की जीवनदायिनी माने जाने वाली गंगा नदी को लेकर केंद्र के साथ उत्तर प्रदेश सरकार भी बेहद गंभीर है। गंगा नदी की स्वच्छता के अभियान के तहत उत्तर प्रदेश सरकार आज से पांच दिनी गंगा यात्रा की शुरुआत कर रही है। गंगा यात्रा बिजनौर के साथ बलिया से शुरू होगी।
गंगा को अविरल और निर्मल बनाने की एक और मुहिम की सोमवार से शुरुआत होगी। बिजनौर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बलिया में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज गंगा यात्रा की शुरुआत करेंगे। देश की पहली पांच दिवसीय गंगा यात्रा को सोमवार को बलिया के दुबे छपरा से राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तो बिजनौर के सबलगढ़ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। उनके साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत भी रहेंगे।बलिया से बिजनौर तक गंगा तट पर पडऩे वाले 27 जिलों से होकर गुजरने वाली यात्रा के दोनों हिस्सों का समागम 31 जनवरी को कानपुर में होना है। राज्यपाल बलिया से गंगा यात्रा रवाना करेंगी। उनके साथ बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बिजनौर से यात्रा का शुभारंभ करने के साथ ही बिजनौर के सबलगढ़ में जनसभा को भी संबोधित करेंगे। योगी आदित्यनाथ हस्तिनापुर के जंबूद्वीप में पहला रात्रि विश्राम करेंगे, जबकि मखदूमपुर में गंगा आरती करेंगे।
गंगा यात्रा बिजनौर बैराज से शुरू होकर मुजप्फरनगर रामराज होते हुए मेरठ के हस्तिनापुर पहुंचेगी। 28 जनवरी को यात्रा फिर से हस्तिनापुर से शुरू होगी जो हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर ब्रजघाट होते हुए अमरोहा, तिगरी होकर बुलंदशहर पहुंचेगी। 29 जनवरी को बुलंदशहर बसीघाट से अलीगढ़ सांकरा होते हुए संभल के गुन्नौर, बदायूं के कछलाघाट, शाहजहांपुर के ढ़ाईघाट चौराहा होकर कासगंज के सहराघाट होते हुए फर्रुखाबाद पहुंचेगी। 30 जनवरी को फर्रुखाबाद के पांचाल घाट से कन्नौज होते हुए हरदोई राजघाट होकर कानपुर के बिठूर पहुंचेगी। 31 जनवरी को बिठूर से गंगा यात्रा कानपुर पहुंचेगी।
बलिया से चलकर गंगा यात्रा गाजीपुर पहुंचेंगी। 28 जनवरी को यात्रा गाजीपुर से सैदपुर होते हुए चंदौली और डोमरी शुजाबाद होकर वाराणसी पहुंचेगी। 29 जनवरी को वाराणसी के रामनगर से यात्रा की शुरुआत होगी, जो मिर्जापुर के चुनार से होते हुए भदोही सीतामढ़ी होकर प्रयागराज लाक्षागृह पहुंचेगी। 30 जनवरी को यात्रा का चौथा दिन रहेगा। प्रयागराज से कौशांबी का कड़ाधाम होते हुए प्रतापगढ़ के कालाकांर, वहां से रायबरेली के लालगंज होते हुए फतेहपुर ओम घाट बिठौरा होकर उन्नाव के बक्सर पहुंचेगी। अंतिम दिन 31 जनवरी को गंगायात्रा उन्नाव के शुक्लागंज से कानपुर बैराज पहुंचेगी। कानपुर बैराज पर दोनों यात्राओं का मिलन होगा और वहीं यात्रा का समापन होगा। इस दौरान 27 जिलों के 21 नगर निकाय होते हुए 1038 ग्रामपंचायतों से 1358 किलोमीटर की यात्रा तय होगी।
गंगा यात्रा कुल 1238 किलोमीटर का सफर तय करने जा रही इस यात्रा में प्रदेश सरकार के 56 और केंद्र सरकार के आठ मंत्री शामिल होंगे। यात्रा के दौरान जगह-जगह गंगा आरती, 100 स्थानों पर स्वागत और 30 स्थानों पर जन सभाएं तय की गई हैं। जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने बताया कि यह यात्रा आस्था के साथ गंगा के आर्थिक और पर्यावरणीय महत्व को समझाएगी।यात्रा के लिए बनाया कंट्रोल रूम
गंगा यात्रा का नोडल सिंचाई विभाग है। इसके लिए विभाग ने कंट्रोल रूम भी बनाया है, जो 24 घंटे क्रियाशील रहेगा। मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। कंट्रोल रूम में सुबह सात से दोपहर तीन बजे तक दो अधिशासी और सहायक अभियंता रहेंगे। दूसरी पाली में दोपहर तीन से रात्रि 11 बजे तक दो अधिशासी अभियंता और एक सहायक अभियंता, जबकि तीसरी पाली में रात 11 से सुबह सात बजे तक एक अधिशासी व दो सहायक अभियंताओं की तैनाती रहेगी।
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