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राज्यपाल ने तृणमूल सरकार पर लगाया आरोप-कोरोना महामारी में मुफ्त राशन गरीबों के लिए, तिजोरी के लिए नहीं

राज्यपाल ने तृणमूल सरकार पर लगाया आरोप-कोरोना महामारी में मुफ्त राशन गरीबों के लिए तिजोरी के लिए नहीं

By Preeti jhaEdited By: Updated: Sat, 18 Apr 2020 02:19 PM (IST)
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राज्यपाल ने तृणमूल सरकार पर लगाया आरोप-कोरोना महामारी में मुफ्त राशन गरीबों के लिए, तिजोरी के लिए नहीं

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शनिवार को एक बार फिर ट्विटर पर अपनी चिंता जताई। वे अब बंगाल की सार्वजनिक वितरण व्यवस्था पर लग रहे अनियमितताओं के आरोप पर मुखर हुए हैं। बंगाल में कई इलाकों में मुफ्त राशन वितरण में भारी अनियमितताएं बरते जाने की बातें सामने आई हैं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राशन वितरण में गड़बड़ी को लेकर मिली कई शिकायतों के बाद राज्य के खाद्य आपूर्ति विभाग के प्रधान सचिव को हटा दिया है। उसके बाद भी कई जगहों पर अनियमितता के मामले सामने आ रहे हैं। विपक्ष दल खासकर भाजपा और माकपा नि:शुल्क राशन के राजनीतिक आवंटन का आरोप लगा रहा है।

ऐसे में राज्यपाल ने शनिवार की सुबह ट्वीट किया और लिखा कि नि:शुल्क राशन गरीबों के लिए हैं तिजोरियों में बंद करने के लिए नहीं है। धोखाधड़ी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो।

राज्यपाल ने लिखा कि कोविद-19 के खिलाफ जमीन पर एकजुट होकर लड़ना होगा न कि मीडिया और लोगों के बीच। इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। जन वितरण प्रणाली(पीडीएस) में घोटाले दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं यह चिंता का विषय है। पीडीएस का राजनीतिक अपहरण हो रहा है जो बड़ा अपराध है। जरूरतमंदों के लिए मुफ्त राशन है न की तिजोरी में रखने के लिए है। इस में गड़बड़ी करने वालों से सख्ती से निपटा जाए। 

उल्लेखनीय है कि बंगाल में भाजपा सांसदों को लॉकडाउन की आड़ में हाउस अरेस्ट किए जाने के बंगाल सरकार के फैसले को लेकर शुक्रवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हमला बोला था। उन्होंने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित करार देते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी इसी जानकारी दी थी। राज्यपाल ने सांसदों को घरों में सीमित रखने वाले पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। इसे लेकर शुक्रवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने टि्वटर यह बातें लिखते हुए इसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी टैग किया था।

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