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'जो गलती मैंने की, वही चाचा कर रहे हैं', अजित पवार की चेतावनी; इधर पूर्व सांसद ने बढ़ाई भाजपा की टेंशन

Maharashtra Election 2024 ननद-भाभी के आमने-सामने होने से लोकसभा चुनाव में बारामती महाराष्ट्र की सबसे हॉट लोकसभा सीटों में से एक बन गई थी। अब विधानसभा चुनाव में भी एक बार फिर पारिवारिक सियासी लड़ाई देखने को मिलेगी जहां चाचा-भतीजा एक दूसरे से भिड़ेंगे। दूसरी तरफ पूर्व भाजपा सांसद ने बगावती तेवर दिखाकर बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Mon, 28 Oct 2024 07:12 PM (IST)
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शरद पवार ने अजित के खिलाफ उनके भतीजे युगेंद्र पवार को प्रत्याशी बनाया है। (File Image)
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में तीन हफ्ते से भी कम समय रह गया है। ऐसे में राज्य की सियासी गर्मी अपने उफान पर है। बारामती फिर एक बार राज्य की चर्चित सीट बन गई है, जहां चाचा-भतीजा एक दूसरे के आमने-सामने हैं। वहीं पूर्व भाजपा सांसद ने बगावती तेवर दिखाकर भाजपा की टेंशन बढ़ा दी है।

उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आज अपने परंपरागत निर्वाचन क्षेत्र बारामती से विधानसभा चुनाव का पर्चा दाखिल करने जाते समय कहा कि मैंने सुप्रिया सुले के विरुद्ध अपनी पत्नी को लोकसभा चुनाव लड़वाकर गलती की थी। अब वही गलती उन्होंने (शरद पवार) की है। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था।

अजित पवार ने की थी बगावत

बता दें कि बारामती से अजित पवार के विरुद्ध राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने उन्हीं के सगे भतीजे युगेंद्र पवार को उम्मीदवार बनाया है। युगेंद्र ने भी आज ही पर्चा भरा। अजित पवार करीब सवा साल पहले अपने सगे चाचा शरद पवार से बगावत कर भाजपा-शिवसेना की सरकार में शामिल हो गए थे।

उनके साथ शरद पवार की राकांपा के 40 विधायक भी अजित गुट में शामिल हो गए थे। बाद में राकांपा के दोनों गुटों के बीच केंद्रीय चुनाव आयोग एवं सर्वोच्च न्यायालय में चले वाद में अजित गुट को ही असली राकांपा का दर्जा और चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ भी मिल गया था। शरद पवार को अपने गुट का नया नाम राकांपा (शरदचंद्र पवार) और नया चुनाव चिह्न तुर्रही लेना पड़ा था।

सुप्रिया के खिलाफ पत्नी को मैदान में उतारा था

अजित पवार ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अपनी चचेरी बहन एवं बारामती संसदीय क्षेत्र से तीन बार की सांसद सुप्रिया सुले के विरुद्ध अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को उम्मीदवार बनाया था। सुनेत्रा को उस चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा था। अब शरद पवार ने बारामती विधानसभा क्षेत्र से अजित पवार के सगे भतीजे युगेंद्र पवार को उम्मीदवारी दी है।

युगेंद्र अजित के भाई श्रीनिवास के पुत्र हैं। अजित पवार सुप्रिया सुले के विरुद्ध अपनी पत्नी को चुनाव लड़वाने को लेकर पहले भी खेद व्यक्त कर चुके हैं। अब उन्होंने वही गलती शरद पवार द्वारा भी दोहराए जाने को गलत बताते हुए कहा है कि बारामती के लोगों ने मेरा काम देखा है। हमें उम्मीद है कि बारामती के लोग मेरा सिर झुकने नहीं देंगे।

टिकट न मिलने से नाराज हुए गोपाल शेट्टी

इधर, दो बार उत्तर मुंबई से सांसद रहे भाजपा नेता गोपाल शेट्टी का पिछले लोकसभा चुनाव टिकट काट दिया गया था। अब उन्हें विधानसभा चुनाव में भी बोरीवली क्षेत्र से टिकट न मिलने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि बोरीवली कोई धर्मशाला नहीं है कि यहां से हमेशा बाहर के लोगों को चुनाव लड़वाया जाता है।

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तीसरी सूची में मुंबई के बोरीवली निर्वाचन क्षेत्र से अपने हिंदी भाषी नेता संजय उपाध्याय की उम्मीदवारी घोषित की है, जबकि पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी इस क्षेत्र से इस बार खुद को टिकट मिलने की आस लगाए थे। अब टिकट न मिलने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि बोरीवली कोई धर्मशाला नहीं है, जहां किसी भी बाहरी व्यक्ति को लाकर बैठा दिया जाए।

लोकसभा में पीयूष गोयल थे उम्मीदवार

बता दें कि लोकसभा चुनाव में उत्तर मुंबई से भाजपा ने पीयूष गोयल को उम्मीदवार बनाया था। वह भी उत्तर मुंबई के बाहर के निवासी थे। उस समय गोपाल शेट्टी का टिकट कटने पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गोपाल शेट्टी के घर जाकर उन्हें समझाया बुझाया था। तब वह पीयूष गोयल का प्रचार करने के लिए राजी हुए थे।

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