राजस्थान सरकार ने कोटा से बच्चों को यूपी छोड़ने का भेजा बिल, परविहन निगम ने किया भुगतान
कांग्रेस की राजस्थान सरकार ने लॉकडाउन में फंसे कुछ छात्रों को कोटा से यूपी बॉर्डर तक छोड़ने की एवज यूपी सरकार से 36 लाख रुपये बसों का किराया और 19.50 लाख रुपये डीजल का वसूला है।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Fri, 22 May 2020 11:53 AM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। प्रवासी श्रमिकों व कामगारों पर उत्तर प्रदेश में जोरशोर से चल रही राजनीति के बीच सामने आए एक-दो पन्नों ने सियासत का रंग और गाढ़ा कर दिया है। सेवाभाव में डूबी जिस कांग्रेस ने श्रमिकों को निश्शुल्क घर पहुंचाने के लिए राजस्थान-यूपी बॉर्डर पर राजस्थान की बसों की कतार लगा दी, उसी कांग्रेस की राजस्थान सरकार ने लॉकडाउन में फंसे कुछ छात्रों को कोटा से यूपी बॉर्डर तक छोड़ने की एवज यूपी सरकार से 36 लाख रुपये बसों का किराया और 19.50 लाख रुपये डीजल का वसूला है। उत्तर प्रदेश राज्य परविहन निगम ने बिलों का भुगतान कर दिया है।
उत्तर प्रदेश राज्य परविहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान के कोटा में फंसे बच्चों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने राजस्थान सरकार से अनुरोध किया था कि अपनी कुछ बसों से वहां पर शेष बचे हुए बच्चों को यूपी की सीमा मथुरा या आगरा तक पहुंचा दें। वहां से इन्हें यूपी रोडवेज की बसों से घर भेज दिया जाएगा। इस पर राजस्थान सरकार ने 94 बसों का इंतजाम किया था। वहीं, उत्तर प्रदेश राज्य परविहन निगम की झांसी से गई बसों में डीजल कम पड़ा तो 320 बसों में डीजल भी राजस्थान के डीजल पंपों से लिया गया था। उल्लेखनीय है कि दिल्ली बॉर्डर से जब उत्तर प्रदेश सरकार श्रमिक-कामगारों को ला रही थी, तब हरियाणा सरकार ने 350 बसें उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों तक भेजीं और उनका किराया भी नहीं लिया।
बता दें है कि पिछले दिनों प्रवासी श्रमिक और कामगारों को लेकर कांग्रेस ने एक हजार बसें निश्शुल्क चलाने की पेशकश की थी। यूपी सरकार ने बसों की जांच कराई तो तमाम अनफिट निकलीं और कुछ ऑटो-टैक्सी के नंबर थे। बहरहाल, बसें लौट गईं लेकिन, कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा से लेकर तमाम नेता दावा कर रहे हैं कि वह तो सेवाभाव के तहत जरूरतमंदों की मदद करना चाहते हैं लेकिन भाजपा की योगी सरकार अड़ंगे डाल रही है।
राजस्थान के परिवहन मंत्री ने कहा- झूठ की राजनीतिकोटा से बच्चों को बस भेजने का किराया लेने के मामले को लेकर मचे घमासान के बाद राजस्थान सरकार के परिवहन मंत्री प्रताप खाचरियावास ने ट्वीट कर इसे झूठ और फरेब की राजनीति करार दिया है। उन्होंने किराया विवाद का खंडन करते हुए अपने ट्वीट के साथ उस पत्र व्यवहार को भी लोगों के सामने रखा जो कोटा से छात्रों की वापसी को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने राजस्थान सरकार से किया था।
.. @sambitswaraj जी आज आप झूठ बोल रहे है यह जिन पैसों की आप बात कर रहे है यह राज्यपथ परिवहन उत्तरप्रदेश की बसें जब राजस्थान आइ तब उत्तरप्रदेश के परिवहन अधिकारियों ने राजस्थान परिवहन के अधिकारियों से निवेदन किया फिर हमने उत्तर प्रदेश की बसों में डीज़ल डलवाया #पात्रा_झूँठ_की_दुकान pic.twitter.com/4dxlxbc0oC
— Pratap Khachariyawas (@PSKhachariyawas) May 21, 2020
राजस्थान सरकार के परिवहन मंत्री प्रताप खाचरियावास ने बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि आप झूठ बोल रहे हैं। जिन पैसों की आप बात कर रहे हैं यह राज्यपथ परिवहन उत्तर प्रदेश की बसें जब राजस्थान आई थी, तब उत्तर प्रदेश के परिवहन अधिकारियों ने राजस्थान परिवहन के अधिकारियों से निवेदन किया। फिर हमने उत्तर प्रदेश की बसों में डीजल डलवाया था, उसका है।
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