44 ट्रेनें रद, 64 के बदल गए रूट..., किसानों के रेल रोको आंदोलन से रेलगाड़ियां बुरी तरह प्रभावित
Rail Roko Andolan शंभू बॉर्डर के नजदीक पटरियों पर किसानों के रेल रोकों आंदोलन से यात्रियों का जीवन बुरी तरह प्रभावित है।17 अप्रैल से जारी किसानों के धरने के कारण बुधवार को 112 ट्रेनें प्रभावित हुईं और 44 ट्रेनों को रद करना पडा। 64 ट्रेनों को रूट बदल कर चलाना पडा। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि अभी आंदोलन और तेज करेंगे।
जागरण टीम, अमृतसर। Kisan Rail Roko Andolan: शंभू रेलवे स्टेशन पर रेल ट्रैक पर किसानों का धरना आठवें दिन भी जारी रहा। 17 अप्रैल से चल रहे धरने के कारण बुधवार को 112 ट्रेनें प्रभावित हुईं और 44 ट्रेनों को रद करना पडा। 64 ट्रेनों को रूट बदल कर चलाना पडा।
ट्रेनों का आवागमन प्रभावित होने से गर्मी में यात्री बेहाल दिखे। लंबी दूरी के यात्रियों को घंटों स्टेशन पर ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा। यात्रियों का कहना है कि किसानों का गुस्सा सरकार से है, लेकिन इसकी सजा लोगों को मिल रही है।
ट्रेनें रोकना ठीक नहीं
उधर, लुधियाना रेलवे स्टेशन पर यात्री डिंपल, मदन, पंकज कुमार व अमित ने बताया कि इस तरह की व्यवस्था से देश का माहौल खराब हो रहा है। यात्रियों की परेशानी की तरफ किसी का ध्यान नहीं है।मामले पर फिरोजपुर रेल मंडल के ट्रैफिक इंस्पेक्टर आरके शर्मा ने कहा कि किसानों को चाहिए कि अपनी बात सरकार के समक्ष शांतिपूर्ण तरीके से रखें। ट्रेनें रोकना ठीक नहीं है।
और तेज होगा संघर्ष: किसान नेता पंढेर
पंढेर ने कहा कि केंद्र के खिलाफ संघर्ष और तेज किया जाएगा किसानों का कहना है कि वह तब तक ट्रैक पर बैठे रहेंगे जब तक हरियाणा पुलिस किसानों को रिहा नहीं कर देती।किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि शंभू में नेशनल हाईवे पर चल धरना 71वें दिन में प्रवेश कर चुका है। जब 100 दिन पूरे हो जाएंगे, तब एक बड़ा इकट्ठ शंभू और खनौरी बार्डर पर रखा जाएगा। इस दिन केंद्र के विरुद्ध संघर्ष तेज करने को लेकर निर्णय लिया जाएगा।
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