Move to Jagran APP

Punjab News: पराली जलाने से रोकने के लिए 776 नोडल अधिकारी नियुक्त, सहयोग करने वाले किसान होंगे सम्मानित

Punjab News पंजाब में पराली जलाने से रोकने के लिए प्रशासन ने पूरी तरह से कमर कस ली है। इसके चलते पराली जलाने से रोकने के लिए 776 नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। वहीं पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई की जाएगी जबकि पराली न जलाकर सहयोग करने वाले किसानों को प्रशासन सम्मानित करेगा।

By Jagran NewsEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Sat, 30 Sep 2023 09:46 AM (IST)
Hero Image
पराली जलाने से रोकने के लिए 776 नोडल अधिकारी नियुक्त (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, अमृतसर: राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार जिला प्रशासन ने पराली जलाने की घटनाओं को रोकने और निपटने के लिए आवश्यक प्रबंध किए हैं। जिले में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए 776 नोडल अधिकारी और 50 क्लस्टर अधिकारी नियुक्ति किए गए है।

पराली न जलाने वाले किसानों को प्रशासन करेगा सम्मानित

डिप्टी कमिश्नर अमित तलवाड़ ने बताया कि सरकार किसानों को बड़े पैमाने पर कृषि उपकरण उपलब्ध करवा रही है, जिससे धान की पराली को जलाए बिना गेहूं की बुआई संभव है। किसानों से अपील की कि पराली को खेत में ही मिला देना चाहिए। जो किसान अपने खेत में पराली को आग नहीं लगाकर जिला प्रशासन का सहयोग करेंगे, उनको विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। पराली की आग से होने वाले नुकसान के बारे में स्कूल-कालेजों में जागरूकता शिविर लगाए जा रहे हैं।

ये भी पढ़ें: Farmer Protest: 'रेल रोको आंदोलन' से थमे ट्रेनों के पहिए, 227 गाड़ियां हुईं रद; कई रूट बदले

776 गांवों में नोडल अधिकारी नियुक्त

ग्राम स्तर पर कैंप लगाकर किसानों को सरफेस सीडर मशीन के बारे में बताया जा रहा है कि इस मशीन की मदद से बिना पराली जलाए धान गेहूं की बुआई कैसे कर सकते हैं। डीसी ने कहा कि अगर सरकारी कर्मचारी अपने खेतों में पराली में आग लगाते हैं तो उनके खिलाफ आम किसानों की तरह कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन ने जिले में फसल की पराली को जलाने से रोकने के लिए 776 गांवों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। नोडल अधिकारियों के अलावा 50 क्लस्टर अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं।

ये भी पढ़ें: Rail Roko Andolan: किसानों के आंदोलन के कारण 50 से ज्यादा ट्रेनें रद, रेलवे ने यात्रियों को दिया रिफंड

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।