Amritsar Loot: कोलकाता से अमृतसर पहुंचे थे पर्यटक, लुटेरों ने G Pay से लूटे तीन लाख रुपये; नया साल मनाने आए थे
नववर्ष को लेकर पुलिस की ओर से सुरक्षा चाक चौबंद करने का दावा किया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद भी बुधवार रात ई-रिक्शा चालक लुटेरों ने तीन यात्रियों से दातर की नोक पर उनसे बैग व 20 हजार रुपये की नकदी लूट ली। इतना ही नहीं दातर दिखाकर लुटेरों ने मोबाइल का कोड भी पूछा और जी-पे से तीन लाख रुपये ट्रांसफर भी करवा लिए।
विक्की कुमार, अमृतसर। शहर में नववर्ष को लेकर पुलिस की ओर से सुरक्षा चाक चौबंद करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी बुधवार रात ई-रिक्शा चालक लुटेरों ने तीन यात्रियों से दातर की नोक पर उनसे बैग व 20 हजार रुपये की नकदी लूट ली। इतना ही नहीं दातर दिखाकर लुटेरों ने मोबाइल का कोड भी पूछा और जी-पे से तीन लाख रुपये ट्रांसफर भी करवा लिए। तीनों यात्री कोलकाता से से श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेककर पहुंचे थे।
ई-रिक्शे से जा रहे थे पर्यटक
पुलिस ने अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने ई-रिक्शा बरामद कर लिया है। वहीं लुटेरों की पहचान की जा रही है। लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया जाएगा। कोलकाता निवासी शिव कुमार का कहना था कि वह बुधवार की रात को अमृतसर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे थे। उन्होंने श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकना था तो उन्होंने रेलवे स्टेशन से वहां का ई-रिक्शा ले लिया।
पांच से छह बैग समेत 20 हजर की नकदी लूटी
ई-रिक्शा उन्होंने किया और चालक को उन्होंने कहा भी था कि वह किसी को भी नहीं बिठाएगा। इसके बावजूद उसने अपने किसी साथी को बैठा लिया। वह जब रेलवे स्टेशन से श्री हरिमंदिर साहिब के लिए चले तो उन्होंने मोबाइल पर लोकेशन लगा ली, जहां से उनकी तय दूरी दो किलोमीटर दिख रही थी। ई-रिक्शा चालक उन्हें किसी अंजान जगह पर ले गया, जहां से पांच किलोमीटर की दूरी नजर आने लगी। उन्होंने किसी सुनसान जगह पर उन्हें रोक लिया और दातर दिखाकर उनसे उनसे तीन मोबाइल, पांच-छह बैग और करीब 20 हजार रुपये की नकदी लूट ली।दातर दिखा G Pay से करवाए 3 लाख ट्रांसफर
लुटेरों ने मोबाइल लूटने के दौरान दातर दिखाकर उनसे उनके मोबाइल फोन के जी-पे का कोड भी पूछ लिया। लुटेरे वहां से अपनी वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। उन्होंने आसपास देखा तो किसी बोर्ड पर उन्होंने देखा कि वहां पर ईस्ट मोहन नगर लिखा हुआ था। वह किसी तरह होटल में पहुंचा और होटल वाले ने उन्हें कहा कि वह थाना बी डिवीजन की पुलिस को शिकायत कर दे। उन्होंने पुलिस को शिकायत की। इसके पश्चात वह वीरवार की सुबह जब थाने में शिकायत के बारे पूछने गए तो पुलिस ने उनसे आइएमई नंबर देने के लिए कहा।
सोता नहीं था कि ऐसा होगा
उन्हें कहा गया कि अगर आइएमई नंबर नहीं मिलेगा तो मोबाइल ट्रेस कर पाना मुश्किल होगा। इसके पश्चात उन्होंने एक मोबाइल सिम ली तो उन्होंने अपने घर पर फोन किया। घर वालों से पता चला कि उनके मोबाइल से करीब तीन लाख रुपये की ट्रांजेक्शन हो चुकी है। फिलहाल पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। यात्री बोले, उम्मीद नहीं थी कि गुरु नगरी में ऐसा होगा यात्री शिव कुमार ने बताया कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनके साथ गुरु नगरी में ऐसा हो जाएगा।शिव कुमार ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो लोग ई-रिक्शा चला रहे हैं, उनकी पहचान क्या है। प्रशासन ने उन्हें क्या पहचान दे रखी है। उनके साथ हादसा हुआ है तो वह किसे जाकर पकड़े। उन्होंने कहा कि 300-400 में कोई भी दिहाड़ी पर ई-रिक्शा ले लेता है और वह अपनी वारदातों को अंजाम देकर चले जाते हैं। उन्हें पूछने वाला भी कोई नहीं होता। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि रात के समय ई-रिक्शा बंद कर देने चाहिए या फिर इनके ई-रिक्शा पर नंबरप्लेट लगवाई जाए, ताकि किसी के साथ दोबारा कोई लूट की वारदात न हो सके। अगर इनके ई-रिक्शा पर नंबर आदि लग जाएंगे तो कई घटनाएं होने से बच जाएंगी।
यात्रियों को पहले ही हो गया था शक यात्री दीपक राऊत ने बताया कि उन्होंने जब ई -रिक्शा करवाया तो तभी उन्हें चालकों पर थोड़ा शक हो रहा था, क्योंकि उन्होंने अपने एक साथी को बैठा लिया था। जब वह उन्हें लेकर गए तो उन्हें कहा कि यह रास्ता कोई और है, क्योंकि पहले दो किलोमीटर का रास्ता दिखा रहा था और अब पांच किलोमीटर दिखा रहा है। चालक ने उन्हें बोला कि एक यात्री को बैठाया हुआ है, उसे छोड़ कर वह उन्हें श्री हरिमंदिर साहिब में छोड़ देगा। दीपक ने बताया कि उन्हें शक हुआ तो उन्होंने रिक्शा चलाने वाले और एक उनके साथ बैठे युवक का वीडियो भी बना लिया था। उनके साथ बैठे एक युवक ने तो वीडियो बनते देख अपना मुंह भी छिपा लिया था।
उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने परिवार को फोन किया तो पता चला कि उनके अकाउंट तीन लाख रुपये की ट्रांजेक्शन हो चुकी है। उन्होंने अपने पिता को कहकर अकाउंट की ट्रांजेक्शन बंद करवा दी है।
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