Amritsar News: युवक को टैटू का शौक पड़ा भारी, डाक्टरों ने एमआरआइ करने से किया इंकार
पंजाब के अमृतसर में एक युवक को टैटू का शौक भारी पड़ा गया है। डाक्टरों ने एमआरआइ करने से इंकार कर दिया। डाक्टर का कहना है कि एमआरआइ मशीन में टैटू वाले हिस्से की त्वचा जलने का डर होता है। इसके बाद युवक ने काफी हंगामा भी किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: शरीर पर टैटू खुदवाना फैशन बन चुका है। शरीर के अलग अलग हिस्सों पर टैटू खुदवाकर लोग विशेषकर युवा गर्व महसूस करते हैं। दूसरी तरफ यही टैटू किसी न किसी दिन उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर देता है। तब पछतावे के सिवाय और कुछ नहीं बचता। ताजा मामला गुरुनानक देव अस्पताल में सामने आया है। यहां स्थित रेडियो डायग्नोस्टिक विभाग के डाक्टरों ने एक युवक का एमआरआई करने से इंकार कर दिया।
असल में युवक के बाजू व शरीर के कई हिस्सों पर टैटू खुदे हुए थे। डाक्टरों ने उससे कहा कि टैटू की वजह से एमआरआइ नहीं कर सकते। इस पर युवक भड़क गया। उसने कहा कि उसकी बाडी है, टैटू खुदवाए या कुछ और आप अपना काम करो। जल्द से जल्द मेरा एमआरआइ टेस्ट किया जाए। युवक नहीं माना। लगातार हंगामा करने की वजह से स्टाफ ने उसे एमआरआई रूम से बाहर निकाल दिया। इसके बाद यह युवक यहां से चला गया।
टैटू न बनवाएं, वरना पछताएंगे
गुरुनानक देव अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. कर्णजीत सिंह का कहना है कि टैटू की वजह से एमआरआइ नहीं किया जा सकता। यदि हम ऐसा करते तो युवक के शरीर में भयानक जलन हो सकती थी। इससे उसे असहनीय पीड़ा और जलन होती। वैसे एमआरआई का यह नियम भी है कि कोई भी धातु की वस्तु शरीर पर न हो।
यहां तक कि जिन लोगों दांतों में तार डलवाई हो, उनका एमआरआई भी नहीं किया जाता। ऐसे में युवा यह समझें कि टैटू बनवाकर वह अपना शरीर को प्रदर्शित कर सकते हैं, लेकिन जिंदगी के किसी मोड़ पर यदि एमआरआइ की जरूरत पड़ी तो नहीं करवा सकेंगे। वैसे भी बीमारी किसी को भी किसी भी वक्त घेर सकती है।
टैटू में कई केमिकल्स होते हैं, एमआरआई के संपर्क में आकर जल जाती है त्वचा
एमआरआई यानी मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग इस स्केन के जरिए शरीर के आंतरिक अंगों का सटीक अध्ययन किया जा सकता है। एमआरआई मशीन से निकलने वाली मजबूत चुंबकीय किरणें और रेडियो तरंगों से बीमारी डायग्नोस होती है। शोध में यह सामने आया है कि टैटू में कार्सिनोजेनिक केमिकल्स होता है, जो स्वास्थ्य के लिए काफी गंभीर हो सकता है। टैटू की स्याही में एल्यूमिनियम और कोबाल्ट होता है, जो एमआरआइ की किरणें के संपर्क में आकर जल जाता है।
इसके अलावा एमआरआई से पहले शरीर में किसी भी प्रकार की धातु की वस्तु नहीं होने चाहिए। जैसे घड़ी, कान, नाक, गले के आभूषण, नकली दांत, सुनने वाली मशीन व नकली बाल इत्यादि शरीर के साथ नहीं होने चाहिए। इतना ही नहीं बेल्ट आदि भी पहनना वर्जित है।
डा. कर्णजीत ने कहा कि टैटू आपकी त्वचा के लिए हानिकारक है। स्किन के लिए काफी नुकसानदेह हो सकता है। एमआरआइ मशीन से निकलने वाली किरणें टैटू वाले हिस्से को क्षति पहुंचा सकती हैं। इसलिए लोग शरीर पर टैटू न बनवाएं।