Stubble Burning: पंजाब में नहीं थम रही पराली जलाने की घटनाएं, तरनतारन में एक दिन में 40 नए मामले आए सामने
पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए तरनतारन प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। एसएसपी अभिमन्यु राणा के निर्देश पर विभिन्न थाना प्रभारियों ने गांवों का दौरा किया और 18 जगहों पर लगी आग पर काबू पाया। किसानों को जागरूक करने के लिए कमेटियां गठित की गई हैं और अब तक जिले भर में पराली जलाने के 432 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। धान की कटाई के बाद किसानों द्वारा लगातार पराली जलाई जा रही है। जिसके मद्देनजर प्रशासन द्वारा जिले भर में सख्ती की गई है। एसएसपी अभिमन्यु राणा के आदेश पर विभिन्न थाना प्रभारियों ने गांवों का दौरा करते 18 जगहों पर पराली को लगाई आग पर कंट्रोल किया। कुल मिलाकर जिले भर में पराली जलाने के 40 मामले दर्ज किए गए हैं।
किसानों को जागरूक करने के लिए कमेटी गठित
एसएसपी राणा ने बताया कि एसपी (एच) परविंदर कौर की अगुवाई में किसानों को जागरुक करने के लिए कमेटियां गठित की गई हैं। आग से होने वाले जान-माल के नुकसान के प्रति किसानों को जागरुक किया जा रहा है।
जागरूकता के इस अभियान के तहत थाना प्रभारियों की टीमें गांवों में जाकर जहां होने वाले नुक्सान से अवगत करवा रही हैं, वहीं उन किसानों को भी ट्रेस किया जा रहा है, जो धान की कटाई के बाद पराली जला चुके हैं। वैज्ञानिक ढंग से वातावरण को दूषित होने से बचाने के लिए कृषि विभाग द्वारा अपनी जिम्मेदारी निभाई जा रही है।
एक दिन में जिले में कुल 40 मामले दर्ज
एसएसपी ने बताया कि शनिवार को जिले भर में कुल 40 मामले दर्ज किए गए। यह मामले थाना खेमकरण, सराय अमानत खां, वेरोवाल, सरहाली, सिटी पट्टी, गोइंदवाल साहिब, खालड़ा, झब्बाल, सदर पट्टी में दर्ज किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि गांव छीना बिधि चंद निवासी किसान बलकार सिंह, जलालाबाद निवासी सतबीर सिंह, काबल सिंह, गांव आलमपुर निवासी सिमरनजीत सिंह, उबोके निवासी गुरमुख सिंह, डलीरी निवासी सरवन सिंह, भोजियां निवासी जसबीर सिंह, पंजवड़ निवासी इत्यादि के खेतों में पराली जली।
मौके पर संबंधित थाना प्रभारियों ने पहुंचकर किसानों से पहले आग बुझवाई। उपरांत उनके खिलाफ थानों में मामले दर्ज किए।
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