हेरोइन और नशीली दवाओं के साथ पकड़ा दंपती, देने जा रहे थे सप्लाई
पुलिस ने नशे का कारोबार करने के आरोप में दंपती को गुरुद्वारा साहिब के पास काबू किया है। आरोपितों से 13220 नशीली गोलियां 30 ग्राम हेरोइन और 74340 रुपये बरामद कर एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।
By JagranEdited By: Updated: Tue, 23 Feb 2021 07:30 AM (IST)
जागरण संवाददाता, अजनाला, अमृतसर : रमदास पुलिस ने नशे का कारोबार करने के आरोप में सोमवार की दोपहर दंपती को गुरुद्वारा साहिब के पास काबू किया है। आरोपितों से 13,220 नशीली गोलियां, 30 ग्राम हेरोइन और 74,340 रुपये बरामद कर एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। डीएसपी विपिन कुमार ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।
अजनाला स्थित कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डीएसपी ने बताया कि सूचना मिली थी कि रमदास स्थित वार्ड नंबर-10 निवासी जोध सिंह और उसकी पत्नी हिना नशे का कारोबार करते हैं। वे सोमवार की दोपहर नशे की खेप किसी को सप्लाई करने जा रहे हैं। इसी आधार पर पुलिस ने नाकाबंदी कर दोनों को पकड़ लिया। आरोपितों से उक्त नशा व नकदी बरामद की गई। डीएसपी ने बताया कि आरोपितों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह पिछले छह महीने से रमदास और उसके आसपास के क्षेत्र में नशीले पदार्थो का कारोबार कर रहे थे। पुलिस ने दोनों के मोबाइल भी कब्जे में लिए हैं जिसमें पुलिस को कई नंबर मिले हैं। एक अन्य मामले में मजीठा रोड थाने की पुलिस ने नेहरू कालोनी स्थित बाबा मीर शाह के पास रहने वाले गगनदीप सिंह उर्फ साहिल को गिरफ्तार किया है। आरोपित के कब्जे से नशे की 195 गोलियां बरामद की गई हैं। दहेज प्रताड़ना में पति के खिलाफ केस उधर कंबो थाने की पुलिस ने रविवार की रात दहेज प्रताड़ना के आरोप में पति के खिलाफ केस दर्ज किया है। सब इंस्पेक्टर नवदीप कौर ने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। खैरांबाद निवासी इकबाल सिंह की बेटी रविदर कौर ने कंबो थाने की पुलिस को बताया कि 17 जुलाई, 2015 को उसकी शादी लुधियाना स्थित अब्दुलापुर निवासी हरप्रीत सिंह के साथ हुई थी। हरप्रीत सिंह ओला कैब चलाता था। शादी के दौरान मायके वालों ने हैसियत के मुताबिक ससुरालियों को दहेज दिया था। लेकिन शादी के कुछ दिन बाद ही पति ने उसे मायके से कार लाने को लेकर परेशान करना शुरू कर दिया। रविदर कौर ने बताया कि दो बार आरोपित ने मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया था। लेकिन उसके परिवार ने उसे समझा कर फिर भेज दिया दिया। लेकिन बीते साल उसकी पिटाई कर फिर घर से निकाल दिया गया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसकी शिकायत पर आरोपित के परिवारिक सदस्यों के नाम एफआइआर में दर्ज नहीं किए। पीड़िता ने डीजीपी दिनकर गुप्ता को पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।