PM मोदी के पंजाब दौरे से एक दिन पहले अमृतसर में शिवसेना नेता की सरेआम हत्या, पुलिस के सामने मारी गोलियां
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल यानी शनिवार को पंजाब के डेरा ब्यास में आ रहे हैं। पीएम के दौरे से एक दिन पहले एक युवक ने अमृतसर में शिवसेना नेता की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के वक्त वह एक मंदिर के बाहर धरने पर बैठे थे।
By Jagran NewsEdited By: Kamlesh BhattUpdated: Fri, 04 Nov 2022 07:52 PM (IST)
जेएनएन, अमृतसर। अमृतसर में शुक्रवार को दोपहर बाद साढ़े तीन बजे भीड़-भाड़ वाले गोपालनगर इलाके में धरने पर बैठे हिंदू नेता व शिवसेना (टकसाली) के अध्यक्ष सुधीर सूरी की एक स्थानीय दुकानदार ने पुलिस के सामने पांच गोलियां मार कर हत्या कर दी। 58 वर्षीय सूरी कश्मीर एवेन्यू स्थित गोपाल मंदिर के बाहर खंडित मूर्तिंयां पाए जाने के विरोध में धरना दे रहे थे।
संजय सूरी को खालिस्तान समर्थकों से मिल रहीं धमकियों के कारण उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। उन्हें 15 सुरक्षाकर्मी मिले थे। इसमें से 12 उनके साथ थे। इसके अलावा धरनास्थल पर करीब 15 पुलिसकर्मी और तैनात थे। इस सब के बावजूद हमलावर दुकानदार संदीप सिंह सन्नी कार में वहां पर पहुंचा और उतरते ही अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से सूरी पर पांच गोलियां चला दी।
सूरी को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। पुलिस कमिश्नर अरुणपाल सिंह ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके कब्जे से उसकी प्वाइंट 32 बोर का लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद की गई है। उल्लेखनीय है कि एक माह पहले कनाडा में बैठे आतंकी लखबीर सिंह लंडा के कुछ गुर्गे अमृतसर में पकड़े गए थे। उनसे पूछताछ में सामने आया था कि उन्हें सूरी को मारने का टारगेट दिया गया था। दो दिन पहले भी केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने सूरी की हत्या की आशंका जताते हुए पंजाब पुलिस को अलर्ट भेजा था।अमृतसर में शिव सेना नेता सुधीर सूरी की हत्नेया से कुछ मिनट पहले का वीडियो | सूरी ने वहां एक मंदिर के बाहर मूर्तियों की बेअदबी करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने को लेकर धरना दिया था। धरने में ही एक युवक भी बैठा हुआ था, जिसने मौका मिलते ही सूरी पर गोलियां चला दीl#amritsar pic.twitter.com/xAk4Th7eSm
— Amit sharma (@editor_amit) November 4, 2022
सुधीर सूरी को शिकायत मिली थी कि मंदिर के बाहर हिंदू देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां और चित्र फेंक कर बेअदबी की जा रही है। वह करीब डेढ़ बजे मंदिर के बाहर पहुंचे। सूरी ने मंदिर कमेटी के सदस्यों के साथ बात की। उनकी कमेटी के सदस्यों से बहस भी हुई। वह उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और मंदिर के बाहर धरना शुरू कर दिया। नारेबाजी बढ़ने पर एसीपी (उत्तरी) वरिंदर सिंह खोसा, मजीठा रोड पुलिस थाने के प्रभारी हरिंदर सिंह, सदर थाने के प्रभारी मोहित कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
इसी दौरान आरोपित संदीप अपनी कार में वहां पहुंचा ओर सूरी पर गोलियां चला दी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग नहीं की तो सूरी के समर्थकों ने हवाई फायर किए। आरोपित भागकर सामने एक घर में छिप गया। गुस्साए शिवसैनिकों ने उसकी कार और दुकान में जमकर तोड़फोड़ की। थोड़ी ही देर में पुलिस ने संदीप को गिरफ्तार कर लिया।
गाड़ी से मिले कागजों पर हिंदू नेताओं, पादरियों के फोटो
आरोपित की गाड़ी से कुछ कागज मिले हैं, जिस पर कुछ हिंदू नेताओं, पादरियों व गर्मख्यालियों के फोटो छपे हैं। इनमें से कुछ हिंदू नेताओं के फोटो क्रास लगाया गया है। उसकी गाड़ी पर खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह का स्टिकर भी लगा मिला है। मंदिर से सौ मीटर पर ही संदीप की कपड़ों की दुकान है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि सुधीर सूरी के धरने के बाद इलाके में काफी लंबा जाम लग गया था। संदीप जैसे ही जाम से निकलकर अपनी दुकान के बाहर पहुंचा तो वहां सुधीर सूरी को देखकर तैश में आ गया और गोलियां चला दी। पिछले साल छह जुलाई को सिख संगठनों ने सूरी का घेराव किया था। आरोप है कि सूरी ने सिख संगठनों के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। उन्हें लगातार गर्मख्याली संगठनों से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। वह सबसे पहले 2010 में पाकिस्तान व आइएसआइ के विरुद्ध बयानबाजी को लेकर चर्चा में आए थे, लेकिन 2016 में खालिस्तान समर्थकों को धमकी देते हुए उन्होंने कहा था कि अगर वे एक हिंदू को मारेंगे, तो वह दस खालिस्तानियों को मारेंगे। ऐसे बयानों के कारण विभिन्न थानों में उनके खिलाफ छह मामले चल रहे हैं।
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