'अमित शाह कंगना को पढ़ाएं अक्ल का पाठ', कुलविंदर कौर के समर्थन में उतरे SGPC के महासचिव; अमृतपाल को लेकर कहा...
Kangana Ranaut Slap Row कंगना रनौत मामले में एसजीपीसी के महासचिव ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अमित शाह को कंगना रनौत को अक्ल का पाठ पढ़ाना चाहिए। इसके साथ ही मेहता ने खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह एवं फरीदकोट से सांसद सरबजीत सिंह खालसा के सांसद चुने जाने पर उन्हें बधाई भी दी। साथ ही अमृतपाल की रिहाई पर भी बयान दिया।
गुरमीत लूथरा, अमृतसर। Kangana Ranaut Slap Row: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव रजिंदर सिंह मेहता ने पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से नवनियुक्त सांसद कंगना रनौत को अक्ल (सदबुद्धि देने) का पाठ पढ़ाने की सलाह दी है।
इसके साथ ही मेहता ने खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह एवं फरीदकोट से सांसद सरबजीत सिंह खालसा के सांसद चुने जाने पर उन्हें बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी मौजूदा सांसद अमृतपाल की शीघ्र रिहाई के लिए कानूनी सहायता प्रदान करना जारी रखेगी।
अमृतपाल की रिहाई के लिए लड़ते रहेंगे केस: मेहता
शनिवार को एसजीपीसी मुख्यालय में कार्यकारिणी की हुई बैठक के बाद मेहता ने कहा कि एसजीपीसी के सदस्य व वकील भगवंत सिंह सिलायका पहले की तरह अमृतपाल की रिहाई के लिए केस लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि रिहाई के संदर्भ में अंतिम फैसला अदालत ही करेगी। उन्होंने आगे कहा कि जनप्रतिनिधि के नाते अदालत को जल्द से जल्द अब सांसद अमृतपाल को रिहा करना चाहिए। बकौल मेहता, दोनों सांसदों की संसदीय चुनाव में जीत सिख पंथ के लिए बेहद खुशी की बात है।एसजीपीसी संकट के समय कुलविंदर के साथ: महासचिव
कंगना रनौत-सीआईएसएफ जवान कुलविंदर कौर मामले पर मेहता ने कहा कि कंगना को अपनी जुबान को लगाम देनी चाहिए, उनकी जुबान बेलगाम है। पंजाबियों विशेषकर सिख समुदाय प्रति उनकी नफरत के नतीजन ही एक्शन का रिएक्शन हुआ है।यह भी पढ़ें: Kangana Ranaut: कुलविंदर कौर के पक्ष में आए किसान नेता, बोले- कंगना को गलत बोलने का सिखाया सबक; सरकार को दे दी ये चेतावनी
उन्होंने कहा कि अपने आका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुश करने के लिए सिखों को बदनाम करना उनकी आदत में शुमार है। उन्होंने इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि कंगना के रवैया की भी जांच होनी चाहिए।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।