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खालिस्तानी आतंकी गजिंदर सिंह की पाकिस्तान में मौत, इंडिया की मोस्ट वांटेड लिस्ट में था नाम; 42 साल पहले देश को दिए थे जख्म

खालिस्तानी आतंकी गजिंदर सिंह की पाकिस्तान में मौत हो गई है। वह हृदय संबंधी रोग से ग्रस्त था और उसका उपचार पाकिस्तान के एक अस्पताल में चल रहा था। उसकी मौत की पुष्टि अलगाववादियों ने की है। गजिंदर सन् 1981 में जरनैल सिंह भिंडरावाले की गिरफ्तारी के विरोध में विमान अपहरण का आरोपी था। इसके साथ ही वह इंडिया की मोस्ट वांटेड लिस्ट में भी शामिल था।

By Rohit Kumar Edited By: Prince Sharma Published: Fri, 05 Jul 2024 08:19 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2024 08:19 PM (IST)
खालिस्तानी आतंकी गजिंदर सिंह की पाकिस्तान में मौत हो गई है

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। सन् 1981 में जरनैल सिंह भिंडरावाले की गिरफ्तारी के विरोध में विमान अपहरण के आरोपित व दल खालसा के संस्थापक गजिंदर सिंह की पाकिस्तान में मौत हो गई है।

जानकारी के मुताबिक, गजिंदर सिंह को हदय संबंधी रोग था और वह पाकिस्तान के एक अस्पताल में भर्ती था। गजिंदर सिंह की मौत की पुष्टि अलगाववादियों की ओर से की गई है।

साल 1996 से भारतीय सुरक्षा एजेंसियां गजिंदर सिंह का पता लगाने में जुटी थी। जिसके बाद गजिंदर सिंह जर्मनी के लिए निकल गया लेकिन भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की ओर से आपत्ति जताने के बाद गजिंदर सिंह को जर्मनी में एंट्री नहीं मिली और वह वहां से पाकिस्तान चला गया।

साल 2021 में इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट से गजिंदर सिंह के पाकिस्तान में होने की पुख्ता पुष्टि हुई थी। एक अलगावादी ने गजिंदर सिंह की तस्वीर फेसबुक पेज पर डाली थी। जिसके बाद पता चला कि वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के हसल अब्दाल में गुरुद्वारा पंजाब साहिब में मौजूद है।

मोस्ट वांटेड था गजिंदर सिंह

गजिंदर सिंह को 2020 में मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल किया गया था। गजिंदर सिंह उन लोगाें में शामिल था, जिन्होंने 29 सितंबर 1981 को 111 यात्रियों और छह चालक दल के सदस्यों को लेकर उड़ान संख्या ए आई 423 का अपहरण किया था।

यह उड़ान दिल्ली से अमृतसर आ रही थी और इसे लाहौर में उतरने के लिए मजबूर किया गया। इसके बाद आतंकवादियों ने जरनैल सिंह भिंडरावाले व अन्य चरमपंथियों की रिहाई के साथ 5 लाख अमेरिकी डॉलर की मांग की थी।

14 साल पहले हुई थी दोषियों को जेल

सभी पांच लोगों को दोषी पाया गया था और सभी को 14 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। साल 1995 में सजा पूरी होने के बाद सबको रिहा कर दिया गया था।

गजिंदर काे वापस लाने की कई कोशिशें की गई, लेकिन वह नाकाम रही। सुरक्षा एजेंसियों की ओर से बार-बार कहा गया कि गजिंदर सिंह पाकिस्तान से आतंकी गतिविधियां चला रहा है, लेकिन पाकिस्तान इस बात से इनकार करता रहा।

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