अमित टंडन के कामेडी शो में लोटपोट दर्शक
एक समय था जब एक कलाकार को शोहरत हासिल करने के लिए फिल्म के साथ-साथ टेलिविजन सीरियल में काम करने के लिए प्रोड्यूसरों के आगे पीछे घूमना पड़ता था। जबकि वर्तमान समय में इंटरनेट मीडिया के जरिए हर व्यक्ति अपने अंदर छिपी प्रतिभा के बल पर विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना सकता है।
By JagranEdited By: Updated: Sat, 06 Mar 2021 09:51 PM (IST)
हरदीप रंधावा, अमृतसर
एक समय था जब एक कलाकार को शोहरत हासिल करने के लिए फिल्म के साथ-साथ टेलिविजन सीरियल में काम करने के लिए प्रोड्यूसरों के आगे पीछे घूमना पड़ता था। जबकि वर्तमान समय में इंटरनेट मीडिया के जरिए हर व्यक्ति अपने अंदर छिपी प्रतिभा के बल पर विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना सकता है। फिक्की फ्लो द्वारा होटल ताज स्वर्णा में आयोजित स्टैंड अप कामेडी शो में पहुंचे अमित टंडन ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए यह बात कही। प्रेस वार्ता के बाद शुरू हुए कार्यक्रम के दौरान उनकी स्टैंड अप कामेडी देखकर, सुनकर लोग हंसते- हंसते लोटपोट हो गए व तनाव भरी जिंदगी में ठहाके लगाकर गुदगुदाते हुए कुíसयों पर दिखाई दिए। 700 से अधिक कर चुका हूं कामेडी शो अमित टंडन ने कहा कि वह पहले दो बार अमृतसर में शो करने के लिए आ चुके हैं। जबकि वह पंजाब से होने के चलते यहा अक्सर आते-जाते रहते हैं। बतौर इंजीनियर होने के बावजूद उन्होंने कामेडी को प्रोफेशन के तौर पर अपनाया है, क्योंकि उनका कहना है कि जब उन्होंने शौक शौक में कामेडी को शुरू किया, शुरुआती दौर में इंटरनेट मीडिया के जरिए उनकी एक-दो वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें काम मिलना शुरू हो गया था। उन्होंने अपने परिवारिक सदस्यों के साथ विचार-विमर्श करके अपना कारोबार बंद कर अब कामेडी को बतौर व्यवसायिक तौर पर करने का फैसला लिया था, जिसकी बदौलत आज वह विश्व के विभिन्न देशों में लगभग 700 से अधिक कामेडी शो कर चुके हैं। लगभग आठ दस साल पहले उन्होंने थोड़ी-थोड़ी कामेडी शुरू की थी, जिसके बाद लगभग चार-पाच साल के संघर्ष बाद सफलता की सीढ़ी मिल गई थी, जिसके जरिए आज आगे बढ़ने के मौके मिल रहे हैं। लाकडाउन से पहले हर दिन रहता था बिजी शेड्यूल कोविड-19 की महामारी के चलते देश में लाकडाउन की वजह से पहली बार अपने परिवार के साथ समय बिताने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। अन्यथा देश या विदेश में शो के चलते बिजी शेड्यूल ही रहता था और परिवारिक सदस्य भी उनसे नाराजगी व्यक्त किया करते थे। उन्होंने कहा कि भले ही गायकी के क्षेत्र में उस्ताद लोगों से गाना सीखना पड़ता है, मगर स्टैंड अप कामेडी के लिए आडियंस ही बताती है कि उन्हें क्या चाहिए। स्टैंड अप कामेडी समाज में चलते-फिरते लोगों में से ही मिलती है और छोटे-छोटे ग्रुपों में अपनी कामेडी की प्रेक्टिस की जाती है।
फिक्की फ्लो की तरफ से आयोजित स्टैंड अप कामेडी शो में निगम कमिश्नर कोमल मित्तल, उनके पति एडिशनल डिप्टी कमिश्नर (एडीसी) डा. हिमाशु अग्रवाल व सासद गुरजीत औजला की पत्नी अंदलीब औजला विशेष तौर पर पहुंची। कामेडियन अमित टंडन ने बताया कि अमृतसर आकर उन्होंने जलेबी, चाप और आलू वाला कुल्चा खाया है, जोकि अमृतसर की मशहूर डिश है। इस मौके पर जसमीत नैय्यर, डा. जसप्रीत ग्रोवर, मनजोत ढिल्लों, अजीत ढिल्लों आदि मौजूद थे।
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