कश्मीर में हथियार पहुंचाने के लिए पाकिस्तानी आतंकियों व पंजाब के नशा तस्करों में गठजोड़
पाकिस्तान ने कश्मीर में हथियार पहुंचाने के लिए बड़ी साजिश रची है। पाक आतंकियों ने कश्मीर में हथियार पहुंचाने के लिए पंजाब के नशा तस्करों से गठजोड़ किया है।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Sat, 13 Jun 2020 07:58 AM (IST)
अमृतसर, [नवीन राजपूत]। जम्मू व कश्मीर में हथियार पहुंचाने के लिए आतंकियों ने पाकिस्तान से लगते पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले तस्करों से गठजोड़ कर लिया है। लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने पंजाब के रास्ते हथियारों और ड्रग मनी की खेप कश्मीर ले जानी शुरू कर दी है। पिछले करीब दो महीने की घटनाओं से इस बात की पुष्टि होती है। अजनाला और खेमकरण सेक्टर में हेरोइन व हथियारों की तस्करी करने वालों की जानकारी सुरक्षा एजेंसियां जुटा रही हैैं।
भारत-पाक सीमा से लगते क्षेत्रों में रहने वाले तस्करों की जानकारी जुटा रहीं सुरक्षा एजेंसियांपठानकोट में हथियारों के साथ वीरवार को पकड़े गए लश्कर के दोनों आतंकी आमिर हुसैन वानी और वसीम हसन वानी पूछताछ में पुलिस को बता चुके हैं कि अमृतसर से हासिल किए हथियारों का इस्तेमाल कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए किया जाना था। बताया जा रहा है कि दोनों ने ऐसी जानकारियां दी हैैं जिससे सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई हैैं। फिलहाल कोई भी अधिकारी इस संबंध में कुछ बता नहीं रहा है।
किन तस्करों के रिश्ते कश्मीर के आतंकी संगठनों से हैैं, लगाया जा रहा पतापता चला है कि बीते 26 अप्रैल को अमृतसर के सदर क्षेत्र में पकड़े गए जम्मू-कश्मीर के हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी हिलाल अहमद वागय की गिरफ्तारी के बाद सेना ने कश्मीर में आतंकियों के कई मिशन फेल कर दिए हैं। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैैं कि आमिर व वसीम को अमृतसर के वल्ला में किन तस्करों ने हथियारों की उक्त खेप कश्मीर में पहुंचाने के लिए दी थी। पुलिस ने भी भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगते क्षेत्रों के तस्करों का खाका खंगालना शुरू कर दिया है। पता लगाया जा रहा है किन तस्करों के रिश्ते अब कश्मीर के आतंकी संगठनों से बनने शुरू हो गए हैं।
कुख्यात तस्कर रंजीत ङ्क्षसह उर्फ चीता के संबंध हिजबुल के आतंकी हिलाल अहमद वागय से उजागर हो चुके हैैं। चीता ने अपने रिश्तेदारों के मार्फत आतंकी हिलाल को अमृतसर में 30 लाख रुपये ड्रग मनी दी थी। इससे पहले अक्टूबर 2019 में एसटीएफ और बीएसएफ ने ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान से पहुंची हथियारों की खेप बरामद की थी। नवंबर 2019 में एनआइए ने तरनतारन से ड्रोन बरामद किया था जिसके माध्यम से हथियार पाकिस्तान से भारत पहुंचाए गए थे।
-----दोनों आतंकी पांच दिन के पुलिस रिमांड परपठानकोट। लश्कर-ए-तैयबा के दोनों आतंकियों आमिर हुसैन वानी और वसीम हसन वानी को अदालत ने पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। करीब आधा घंटा सुनवाई के बाद न्यायाधीश हेमअमृत माही ने आदेश जारी किए। बताया जा रहा है कि केंद्रीय एजेंसियां दोनों आतंकियों से पूछताछ कर रही हैं। उन्हें अमृतसर भी ले जाया जा सकता है। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगा रही हैं कि दोनों किस वारदात को अंजाम देने वाले थे।
कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों आतंकी अमृतसर से गुरदासपुर होकर पठानकोट की सीमा में दाखिल होने के बाद बमियाल सेक्टर के ग्रामीण क्षेत्रों से होकर जम्मू-कश्मीर में घुसने की फिराक में थे। यह वही रास्ता हो सकता है जिससे पिछले साल सितंबर में आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में दाखिल हो गए थे। उन्हें लखनपुर के पास पकड़ा गया था। इस बार दोनों आतंकी पठानकोट में ही काबू कर लिए गए।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।