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खालिस्तान समर्थक आतंकी पन्नू के खिलाफ एक्शन में NIA, चंडीगढ़ और अमृतसर में संपत्ति जब्त

राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने खालिस्तान समर्थक आतंकी पन्नू के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। छह मामलों की जांच करते हुए एनआईए ने पन्नू की चंडीगढ़ (Chandigarh News) और अमृतसर (Amritsar News) में प्रॉपर्टी अटैच की है। चंडीगढ़ में तीन तो अमृतसर में भी कुछ जमीनें कुर्क की गई हैं। गुरपतवंत सिंह पन्नू अपनी खालिस्तान से जुड़ी गतिविधियों के लिए मशहूर है।

By Agency Edited By: Prince Sharma Updated: Fri, 25 Oct 2024 05:36 PM (IST)
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सिख फॉर जस्टिस के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू (फाइल फोटो)
एएनआई, चंडीगढ़। Punjab News: खालिस्तान के समर्थक और आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कड़ा रुख अपनाया है। एएनआई पन्नू के खिलाफ छह मामलों की जांच कर रही है।

इस बीच चंडीगढ़ में पन्नू  की तीन संपत्तियों को कुर्क किया गया है। इसके अलावा अमृतसर में भी कुछ जमीनें कुर्क की गई हैं। सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के संस्थापक अपनी खालिस्तान समर्थित गतिविधियों के लिए मशहूर है।

खालिस्तान समर्थक आतंकी पन्नू अक्सर भारत को धमकियां देता रहता है। वह भारत को कभी हमास की  तरह तो कभी टुकड़े-टुकड़े करने जैसी धमकियां देता रहत है। हाल ही में कुछ तारीखों को लेकर उसने कहा था कि इस दिन सिख पंथ के लोग एअर इंडिया में ट्रैवल न करें। इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।

हाल ही में हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड के बाद भारत और कनाडा के बीच तनातनी बढ़ गई। इसके बाद भी पन्नू ने देश को धमकी दी थी। इन धमकियों को देखते हुए जांच एजेंसियां अलर्ट हैं और उसके खिलाफ कार्रवाई जारी है।

कौन हैं गुरपतवंत सिंह

खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिहं पन्नू पंजाब के नाथू चक गांव का निवासी था। वह बाद में अमृतसर के पास खानकोट में बस गया। पन्नू के एक भाई और बहन हैं। उसने नब्बे के दशके में पंजाब विश्वविद्यालय से लॉ की पढ़ाई की थी। जिसके बाद वह छात्र राजनीति में एक्टिव हो गया। 

फिलहाल वह (पन्नू) अमेरिका और कनाडा में रह रहा है। अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट-1967 (UAPA) के अंतर्गत पन्नू को आतंकी घोषित किया गया है। SFJ के फेसबुक पेज और एक्स अकाउंट पर भी प्रतिबंध लगा हुआ है। इसने सिख फॉर जस्टिस की भी स्थापना की थी।

सिख फॉर जस्टिस क्या है

सिख फॉर जस्टिस एक अमेरिका में मौजूद अलगवावादी ग्रुप है। यह चाहता है कि पंजाब एक अलग देश (खालिस्तान) बने। साल 2007 में गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इसकी स्थापना की थी और अभी भी पन्नू के द्वारा ही संचालित किया जाता है। इस संगठन पर सबसे पहले प्रतिबंध साल 2019 में लगाया गया था।

हाल ही में केंद्र की सरकार ने सिख फॉर जस्टिस (Sikhs for Justice ban) पर पांच साल के लिए बैन बढ़ा दिया था। सिख फॉर जस्टिस (Sikhs for Justice case) पंजाब समेत अन्य जगहों पर राष्ट्र विरोधी और विध्वंसक गतिविधियों में शामिल है।

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