Move to Jagran APP

Punjab News: मुजरिमों पर मेहरबानी! केंद्रीय जेल में बंद गरीब कैदियों की जमानत और जुर्माना राशि देगी सरकार

Punjab News केंद्रीय जेल में बंद ऐसे कैदी जो आर्थिक तौर पर कमजोर होने के कारण अपनी जमानत राशि या जुर्माना नहीं भर सके और इस वजह से जेल में हैं की यह राशि भरने के लिए सहायता सरकार करने जा रही है। इस संदर्भ में डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने बताया कि सरकार चाहती है कि कोई भी कैदी लंबे समय तक केवल इसलिए जेल में न रहे...

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Thu, 08 Feb 2024 01:22 PM (IST)
Hero Image
Punjab News: जेल में बंद गरीब कैदियों की जमानत और जुर्माना राशि देगी सरकार
संवाद सहयोगी, अमृतसर। (Punjab News) केंद्रीय जेल में बंद ऐसे कैदी जो आर्थिक तौर पर कमजोर होने के कारण अपनी जमानत राशि या जुर्माना नहीं भर सके और इस वजह से जेल में हैं, की यह राशि भरने के लिए सहायता सरकार करने जा रही है।

कमेटी ले रही परिवार का सपोर्ट

यह जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने बताया कि जिले में कैदियों की संख्या तय करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है, जो कैदियों के परिवार की रिपोर्ट ले रही है, जिसके बाद मामले की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। थोरी ने कहा कि सरकार चाहती है कि कोई भी कैदी लंबे समय तक केवल इसलिए जेल में न रहे क्योंकि वह जमानत राशि या जुर्माना नहीं दे सकता, इसलिए उनकी मदद करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में गठित कमेटी की बैठक डीसी थोरी के नेतृत्व में हुई।

सेंट्रल जेल में 17 कैदियों को चाहित तत्काल मदद

कमेटी में सचिव कानूनी सेवा प्राधिकरण रशपाल सिंह, अधीक्षक सेंट्रल जेल, एसीपी और एसपी अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने सदस्य के रूप में भाग लिया। थोरी ने बताया कि जेल अधीक्षक से मिली जानकारी के अनुसार अब तक सेंट्रल जेल में 17 ऐसे कैदी हैं जिन्हें तत्काल सहायता की जरूरत है। इन कैदियों के परिवारों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं।

यह भी पढ़ें- Jagjit Singh Birthday: जालंधर से गजलों का सफर शुरू कर जगमोहन से बने ‘जगजीत सिंह’, यूं ही नहीं दुनिया हुई कायल

यह भी पढ़ें- Terror Attack in Srinagar: 'फायरिंग की खबर सुन करने लगे थे दुआ, लेकिन...', श्रीनगर टेरर किलिंग में मारे गए अमृतपाल के परिजनों का छलका दर्द

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।