Punjab News: 'महाराजा रणजीत सिंह का सोने का सिंहासन लंदन से वापस लाया जाए', सांसद राघव चड्ढा ने राज्यसभा में रखी मांग
आप के सांसद राघव चड्डा ने लंदन से महाराजा रणजीत सिंह के सोने के सिंहासन को भारत वापस लाने की मांग की। उन्होंने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह से न केवल पंजाब बल्कि देश की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि उनसे हमें सुशासन के गुण सीखने को मिलते हैं। उन्होंने भारत सरकार से मांग रखी की कि कुटनीति के द्वारा लंदन के समक्ष यह मांग रखी जाए।
डिजिटल डेस्क, अमृतसर। आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बुधवार को संसद में महाराजा रणजीत सिंह के शाही सिंहासन को भारत में वापस लाने की मांग पर जोर दिया।
उन्होंने राज्यसभा में अपने भाषण में कहा कि मैं जिस विषय पर बोलने जा रहा हूं व पंजाब और पंजाबियों के दिल से जुड़ा हुआ है। मैं एक ऐसे मुद्दे पर बोलने के लिए खड़ा हुआ हूं, जिसे पंजाब ही नहीं बल्कि पूरे देश की भावनाएं जुड़ी हुई हैं।
'महाराजा रणजीत सिंह ने दिया इंसानियत का पैगाम'
उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मैं उस जगह से संबंध रखता हूं, जहां कभी शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह का शासन था। उनका शासन असल में सुशासन था, जहां सबको न्याय मिलता था। वह एक ऐसे योद्धा थे जिनसे अच्छों-अच्छों की रूह कांप जाती थी। उन्होंने दुनिया को इंसानियत का पैगाम भी दिया।महाराजा रणजीत के शासन में धर्म जात-पात के नाम पर कोई भेदभाव नहीं होता था। उन्होंने बीबीसी विश्व इतिहास सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा कि एक सर्वे में महाराजा रणजीत सिंह को 'सर्वकालिक महानतम नेता' माना गया है। ऐसे महात्मा को सदन में नमन करता हूं तथा उन्हें याद करते हुए एक मांग रखना चाहूता हूं।
'लंदन से सिंहासन लाया जाए वापस'
उन्होंने कहा कि लंदन के विक्टोरिया एंड अल्बर्ट म्यूजियम में उनका सोने का सिंहासन रखा हुआ है। मैं भारत सरकार से मांग करता हूं कि उसे वापस लाने के प्रयास किए जाए। वह सिंहासन हमारे देश वापस आना चाहिए तथा सभी को उसके दर्शन करने का मौका मिलना चाहिए।उनके जीवन से हमें प्रेरणा मिलती है। उनके शौर्य और इंसानियत और राज्य की नीति को बच्चों को किताबों में पढ़ाया जाना चाहिए जिससे बच्चों को सुशासन का असली अर्थ पता चल सके।
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