Punjab Politics: BJP सांसद श्वेत मलिक ने कांग्रेस पर कसा तंज, बोले- वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर वाहवाही लूटने के प्रयास में कांग्रेसी
कांग्रेस सरकार के कारण अमृतसर-फिरोजपुर ट्रेन प्रोजेक्ट अटकाउन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कारण अमृतसर-फिरोजपुर ट्रेन प्रोजेक्ट अटका हुआ है। उन्होंने इसके लिए रेल मंत्रालय से साल 2016 में 299 करोड़ रुपये पारित करवाए थे यह राशि अब भी केंद्रीय बैंक में ही पड़ी है। इस ट्रेन मार्ग के शुरू होने से अमृतसर मुंबई के बीच की दूरी पांच घंटे कम हो जानी थी।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। पूर्व भाजपा सांसद श्वेत मलिक ने कहा है कि शनिवार को अमृतसर-नई दिल्ली के बीच शुरू हो रही वंदे भारत ट्रेन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देन है, जबकि कांग्रेसी इसे सुबह हरी झंडी देकर वाहवाही लूटने की फिराक में हैं।
स्थानीय होटल मे शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सुबह 11:45 बजे इस वंदे भारत ट्रेन को कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला व अन्य कांग्रेसी हरी झंडी देकर रवाना करके झूठी शोहरत एवं वाहवाही लूटना चाहते हैं, जबकि हकीकत यह है कि इन्होंने हरी झंडी देने के अलावा पंजाब के विकास के लिए किया ही क्या है।
उन्होंने औजला व अन्य कांग्रेसियों को टेबल टाक के लिए चैलेंज करते हुए कहा कि वह औजला व अन्यों के साथ बहस के लिए तैयार हैं, वे बताए कि उन्होंने ट्रेनों के संचालन व रेलवे स्टेशन के कायाकल्प के लिए क्या किया है। उन्होंने कहा कि यह सब प्रधानमंत्री की देन है। उन्होंने कहा कि साल 2018 में सांसद के कार्यकाल के दौरान उन्होंने अमृतसर-नई दिल्ली के बीच प्रधानमंत्री से कहकर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पास करवाया था।
जल्द ही अमृतसर-नई दिल्ली के बीच चलने वाली उक्त बुलेट ट्रेन भी पटरी पर उतर आएगी। इसके लिए आनलाइन प्रक्रिया जारी है, अगले एक-दो साल में यह ट्रेन राष्ट्र को समर्पित किए जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय कांग्रेस सरकारों ने 70 साल में ट्रेनों के संचालन में कोई पहल नहीं की थी।
70 साल तक पुरानी टेक्नोलोजी व आधुनिक इंजन के बिना ट्रेनें चल रहीं थी, प्रधानमंत्री मोदी ने कमान संभालते ही इन्हें डिजीटल किया, शनिवार की सुबह चलने वाली वंदे भारत बिना इंजन के कंप्यूट्राइज्ड तकनीक से चलने वाली ट्रेन होगी।
कांग्रेस सरकार के कारण अमृतसर-फिरोजपुर ट्रेन प्रोजेक्ट अटकाउन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कारण अमृतसर-फिरोजपुर ट्रेन प्रोजेक्ट अटका हुआ है। उन्होंने इसके लिए रेल मंत्रालय से साल 2016 में 299 करोड़ रुपये पारित करवाए थे, यह राशि अब भी केंद्रीय बैंक में ही पड़ी है।
इस ट्रेन मार्ग के शुरू होने से अमृतसर मुंबई के बीच की दूरी पांच घंटे कम हो जानी थी, छह राज्यों से इस ट्रेन के गुजरने से इन राज्यों को भी फायदा होना था। मालगाड़ी भी इस मार्ग से चलनी थी। लेकिन पूर्व कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए केवल 40 करोड़ रुपये का निवेश करना था जो सरकार ने नहीं किया, नतीजन यह प्रोजेक्ट लटका हुआ है। कांग्रेस ही नहीं मौजूदा आप सरकार भी यह निवेश नहीं कर पाई है।