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Punjab News: 'अकाली दल गलतियों के लिए मांगे माफी...', मिसल सतलुज ने SAD से की मांग- राजनीतिक जीवन से लें सन्यास

Punjab News सामाजिक-राजनीतिक संगठन मिसल सतलुज (Misal Satluj) ने शिरोमणि अकाली दल (SAD) से मांग की है। वे अपनी गलतियां स्वीकारे। मिसल सतलुज के अध्यक्ष अजयपाल सिंह बराड़ (Ajay Pal Singh) ने कहा कि अकाली नेताओं को अपनी कर्म को गंभीरता से लेते हए अकाली दल की सदस्यता से इस्तीफा दे देना चाहिए और राजनीतिक जीवन से संन्यास ले लेना चाहिए।

By Rohit Kumar Edited By: Prince Sharma Updated: Wed, 03 Jul 2024 07:44 PM (IST)
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Punjab SAD: अकाली दल की सदस्यता से इस्तीफा दे देना चाहिए (File Photo)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। मिसल सतलुज ने शिरोमणि अकाली दल से सत्ता के दौरान (2007-2017) अपनी गलतियों के लिए माफी मांगने और अपनी गलतियों को स्वीकार करने और खुद को उचित सजा देने की मांग की है।

संस्था के अध्यक्ष अजयपाल सिंह बराड़ ने अकाली नेताओं के कार्यकाल के दौरान श्री गुरु ग्रंथ साहिब और गुरु पंथ के खिलाफ किए गए विश्वासघात और बेअदबी को गंभीरता से लेने के लिए अकाल तख्त साहिब की आवश्यकता पर बल दिया।

प्रायश्चित करने की दी जाए अनुमति

मिसल सतलुज, अकाली नेतृत्व की हरकतों को अपराध मानती हैं। उनके कर्म की गंभीरता के कारण, उन्हें बर्तन साफ करने या अखंड पाठ जैसे प्रतीकात्मक कार्यों के माध्यम से प्रायश्चित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इसके बजाय उन्हें अकाली दल की सदस्यता से इस्तीफा दे देना चाहिए और राजनीतिक जीवन से संन्यास ले लेना चाहिए।

राजनीतिक लाभ के लिए गुरु ग्रंथ साहिब को दिया धोखा: अध्यक्ष

अध्यक्ष ने कहा कि इन अकाली नेताओं ने राजनीतिक लाभ और व्यक्तिगत सत्ता के लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब और गुरु पंथ को धोखा देने की बात स्वीकार की है, जिससे सिख समुदाय को बहुत नुकसान हुआ है। परिणामस्वरूप, उनकी सजा अनुकरणीय होनी चाहिए।

उन्हें पंथ के भीतर राजनीतिक और धार्मिक दोनों मंचों से स्थायी रूप से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। इसके अलावा अकाल तख्त साहिब पर उपस्थित नहीं होने वाले सुखबीर सिंह बादल और उनकी टीम के सदस्य भी सजा के पात्र हैं। उन्हें भी अकाल तख्त साहिब पर बुलाया जाए और समान सजा दी जाए।

अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि शिरोमणि अकाली दल को इस नेतृत्व के चंगुल से मुक्त कराने का समय आ गया है। उन्होंने जत्थेदार साहिब से आवश्यक कार्रवाई करने की अपील की।

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