Golden Temple में योग करने वाली युवती को पंजाब पुलिस ने भेजा नोटिस, इस दिन अदालत में आकर देना होगा जवाब
पंजाब पुलिस ने हरमंदिर साहिब में योग करने वाली अर्चना मकवाना (archana makwana) को नोटिस भेजा है। उन पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप है। अर्चना को 30 मई को अदालत में आकर अपना जवाब देना होगा। वहीं अर्चना ने कहा है कि अगर एसजीपीसी उनके खिलाफ केस वापस नहीं लेतीं तो वह लीगल लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। योग दिवस पर श्री हरमंदिर साहिब की परिक्रमा परिसर में योगा करने वाली फैशन डिजाइनर अर्चना मकवाना (Archana Makwana) को थाना कोतवाली की पुलिस ने नोटिस भेजकर 30 जून को पेश होने के लिए कहा है।
नोटिस में कहा गया है कि उन्हें वह उक्त तारीख को अमृतसर आकर अपना जवाब दे। वहीं, दूसरी तरफ फैशन डिजाइनर अर्चना ने एसजीपीसी से दर्ज करवाई गई एफआईआर को वापस करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर एसजीपीसी ऐसा नहीं करती है तो वह अपनी लीगल टीम के साथ लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है।
मुझे किसी सेवादार ने नहीं रोका: अर्चना मकवाना
वीरवार को एक वीडियो जारी करके उन्होंने यह बात कही है। जारी की गई वीडियों में उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। जब वह 21 जून को योगा कर रही थी तो वहां पर उसे किसी भी सेवादार ने नहीं रोका।यह भी पढ़ें- Yoga in Golden Temple: 'हरमंदिर साहिब कोई सैरगाह नहीं...', SGPC चीफ हरजिंदर सिंह धामी की अर्चना मकवाना पर सख्त टिप्पणी
इतना ही नहीं जिस शख्स ने उनकी तस्वीर खींची वह भी एक सरदार जी थे। वहां भी कई सिख खड़े थे, किसी ने भी उन्हें नहीं रोका। उनकी आस्था को तो कहीं दुख नहीं पहुंचा।
मैंने कुछ गलत नहीं किया: अर्चना मकवाना
उन्होंने कहा कि उसने कुछ गलत नहीं किया है। उनकी तस्वीर को गलत तरीके से वायरल किया गया है। अर्चना का कहना है कि एसजीपीसी की तरफ से उन पर बेसलैस एफआईआर दर्ज की गई है। इसकी क्या जरूरत थी। जबकि उसने माफी भी मांग ली थी।
अर्चना का कहना है कि जहां उसने योगा किया, वहां पर कोई भी नियम नहीं लिखे थे। जो लोग वहां रोज आते है, उन्हें नियम पता नहीं है तो गुजरात से पहली बार आई लड़की को कैसे नियमों का पता होगा। वहां किसी ने उसे अगर रोका होता तो वह वहां ऐसा कुछ नहीं करती।
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