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'हाथ निर्दोषों के खून से रंगे हैं', 1984 में हुए नरसंहार पर बिगड़े हरसिमरत कौर के बोल; कहा- माफी मांगें राहुल

राहुल गांधी ने अमेरिका में सिखों के बारे में विवादित बयान दिया है। इस पर शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा है कि राहुल गांधी को 1984 के सिख दंगों के लिए सिखों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की अपनी पार्टी के हाथ 1984 में दिल्ली कानपुर आदि में हुए नरसंहारों में हजारों निर्दोष सिखों के खून से रंगे हुए हैं।

By Inderpreet Singh Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 10 Sep 2024 09:37 PM (IST)
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Punjab News: बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर (जागरण फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। राहुल गांधी द्वारा सिखों को लेकर अमेरिका में दिए गए बयान पर शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने एक्स पर लिखा राहुल गांधी, उनकी कांग्रेस पार्टी और भाजपा दोनों ही सिखों के खिलाफ अमानवीय अपराध करने के लिए समान रूप से दोषी हैं।

जबकि यह सच है कि सिख, उनकी संस्थाएं और उनके पवित्रतम तीर्थस्थल आज लगातार हमले के शिकार हैं और केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी और सरकार द्वारा बेशर्मी से हस्तक्षेप का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने लिखा राहुल गांधी की अपनी पार्टी के हाथ 1984 में दिल्ली, कानपुर आदि में हुए नरसंहारों में हजारों निर्दोष सिखों के खून से रंगे हुए हैं। क्या उन्होंने अपनी दादी इंदिरा गांधी द्वारा पवित्रतम सिख तीर्थस्थल श्री हरमंदिर साहिब में टैंक और मोर्टार घुसाने और श्री अकाल तख्त साहिब को गिराने के लिए माफी मांगी है?

'1984 में किए गए कामों पर मांगें माफी'

ऐसी माफी के अभाव में क्या राहुल को हमारे बहादुर और देशभक्त समुदाय के खिलाफ भेदभाव पर बोलने का नैतिक अधिकार है? भाजपा भी सिखों के खिलाफ भेदभाव और सिख तीर्थस्थलों पर नियंत्रण हड़पने की कोशिश करने की दोषी है।

इनमें से किसी एक पार्टी के अपराध दूसरे को उसी पाप से मुक्त नहीं कर सकते। राहुल कम से कम इतना तो कर ही सकते हैं कि सिख मुद्दों पर बोलने से पहले अपनी दादी की सरकार और पार्टी द्वारा 1984 में किए गए कार्यों के लिए सिखों से माफी मांग लें।

एसजीपीसी ने भी राहुल पर साधा निशाना

वहीं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रवक्ता गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने भी राहुल के बयान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विरोधी पार्टियों को नीचा दिखाने के लिए खुद को सिखों का असली हमदर्द बताने का प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि राहुल के पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही कहा था कि जब बड़ा वृक्ष गिरता है तो धरती हिलती है। उन्होंने इस तरह के बयान देकर 1984 में सिखों के विरुद्ध देश में दंगे करवाए थे। राहुल के बयान से ऐसा लगता है कि वह सिखों से हमदर्दी नहीं जता रहे, बल्कि उनका मजाक उड़ा रहे हैं।

ग्रेवाल ने कहा कि कांग्रेस तथा भाजपा दोनों ही फूट डालो एवं राज करो की नीति के तहत सिखों का विभाजन करने में जुटी हुई हैं। इसी का नतीजा है कि महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित तख्त श्री हजूर साहिब में अलग कमेटी का गठन हुआ। इसके बाद अलग हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अस्तित्व में आई।

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