लव-कुश की जन्मभूमि में गूंजेगा राम-नाम, वाल्मीकि आश्रम में उत्सव का माहौल; इन स्पेशल कार्यक्रमों से भक्तिमय होगा अमृतसर
पंजाब में भी जय श्रीराम के जयघोष गूंज रहे हैं। गुरु नगरी अमृतसर में भक्तों में खासा उत्साह है। श्री रामतीर्थ में भगवान वाल्मीकि जी ने तप किया था। इस तप भूमि पर भगवान वाल्मीकि जी ने 24000 छंदों वाली श्री रामायण लिखी थी। यहीं माता सीता ने शरण ली थी और और इसी पवित्र स्थल पर श्रीराम के पुत्रों लव-कुश ने जन्म हुआ।
कमल कोहली, अमृतसर। अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पूरा देश हर्षित एवं पुलकित है। पंजाब में भी जय श्रीराम के जयघोष गूंज रहे हैं। गुरु नगरी अमृतसर में भक्तों में खासा उत्साह है। वहीं भगवान वाल्मीकि जी की तप भूमि, माता सीता की शरण स्थली, लव-कुश की जन्म स्थली, भगवान श्री राम की चरण स्पर्श धरती श्री रामतीर्थ में सुशोभित मंदिरों में भगवान श्री राम जी की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में 22 जनवरी को कई धार्मिक कार्यक्रम करवाए जाएंगे।
वाल्मीकि जी ने 24000 छंदों वाली लिखी थी श्री रामायण
श्री रामतीर्थ में भगवान वाल्मीकि जी ने तप किया था। इस तप भूमि पर भगवान वाल्मीकि जी ने 24000 छंदों वाली श्री रामायण लिखी थी। यहीं माता सीता ने शरण ली थी और और इसी पवित्र स्थल पर श्रीराम के पुत्रों लव-कुश ने जन्म हुआ। भगवान वाल्मीकि से लव कुश ने इसी धरती पर शिक्षा ग्रहण की थी। यहां भगवान वाल्मीकि जी का तप अस्थान है। लव-कुश की पाठशाला है।
माता सीता की कुटिया
माता सीता की कुटिया है तथा माता सीता की स्नान करने वाली बाऊली है। पुत्र प्राप्ति के लिए इस बाऊली पर महिलाएं स्नान करती हैं। इस भूमि पर भगवान वाल्मीकि जी का धुन्ना साहिब है। यहां ईटों का घर बनाकर लोग अपना घर बनाने की मनोकामना करते हैं, जो पूर्ण होती है। कार्तिक पूर्णिमा में हजारों की संख्या में लोग पवित्र सरोवर में स्नान करते हैं।यह भी पढ़ें: फ्लाइट्स में सफर के लिए यात्रियों को नहीं होगी परेशानी, तुरंत हल होगी शिकायत; गुरु रामदास एयरपोर्ट पर खुलेगा DGCA दफ्तर
इस पावन तीर्थ में पवित्र सरोवर में भगवान वाल्मीकि जी का मंदिर बनाया गया है। भगवान वाल्मीकि श्री धूना साहिब, लव कुश का जन्म स्थान, मंदिर श्री राधा कृष्ण, मंदिर श्री जगन्नाथ पुरी, मंदिर बाबा भौड़े वाला, गौशाला मंदिर माता लाल देवी, मंदिर महावीर दल, मंदिर राम मिलन, मंदिर सत्यनारायण, बाबा बालक नाथ, मंदिर लव कुश निर्मित हैं।
मंदिर में विशेष लाइटिंग
तीर्थ श्राइन बोर्ड के जीएम कुशराज के अनुसार 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में सायं चार बजे भगवान वाल्मीकि जी के ग्रंथ श्री राम संवाद का पाठ किया जाएगा। यह पाठ संत योगी मिलाप नाथ पुजारी, हीरालाल व संजीव कुमार करेंगे। इसके पश्चात संध्या आरती होगी। मंदिर में लाइटिंग की गई है। लव कुश जन्म अस्थान के महंत मनजीत गिरि ने बताया कि मंदिर में विशेष लाइटिंग की जाएगी भंडारा लगाया जाएगा तथा आतिशबाजी की जाएगी।
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