लंगर जूठ घोटाले में SGPC की बड़ी कार्रवाई, हटाए गए 51 कर्मचारी; धामी बोले- अनियमितताएं बर्दाश्त नहीं की जाएगी
SPGC ने घोटाले की राशि आरोपित कर्मियों व अधिकारियों से ही वसूलने का फैसला लिया है। लंगर हॉल में प्रतिदिन 70-90 हजार श्रद्धालु लंगर छकते हैं लंगर छकने के दौरान कुछ प्रशाद (रोटियां) अधपकी रह जाती हैं अथवा सेक ज्यादा लग जाता है या बड़ी संख्या में संगत चपाती जूठी छोड़ देती है। ऐसी रोटियों को सुखाने के बाद नीलामी में दे दिया जाता है।
By Jagran NewsEdited By: Rajat MouryaUpdated: Tue, 04 Jul 2023 06:17 PM (IST)
अमृतसर, जागरण संवाददाता। श्री गुरु रामदास जी लंगर हॉल में हुई प्रबंधकीय अनियमितताएं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गले की फांस बनी हुई थी। लंगर जूठ घोटाले की गंभीरता को देखते हुए एसजीपीसी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 51 मुलाजिमों को पद से हटा दिया है। एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कार्रवाई करते हुए बता दिया कि एसजीपीसी में प्रबंधकीय अनियमितताएं किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
एसजीपीसी के सचिव प्रताप सिंह ने कहा कि यह मामला ध्यान में आने पर फ्लाइंग विभाग से जांच करवाई गई थी, जिसकी रिपोर्ट के अनुसार यह कार्रवाई की गई है। निलंबित किए गए मुलाजिमों में लंगर श्री गुरु रामदास जी हाल में उस समय के दौरान तैनात रहे मैनेजर, सुपरवाइजर, स्टोरकीपर व ड्यूटी निभाते रहे गुरुद्वारा इंस्पेक्टर आदि शामिल हैं। इन 51 मुलाजिमों में दो स्टोरकीपर प्राथमिक जांच के दौरान ही निलंबित कर दिए गए थे।
एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि गुरुद्वारा प्रबंधों में किसी तरह की लापरवाही व अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गुरु घरों से संगत की धार्मिक भावना जुड़ी होती है जिनका सम्मान करना गुरुद्वारा साहिबान के प्रबंधकों व मुलाजिमों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। जो भी गुरुद्वारा प्रबंधों को नुकसान पहुंचाएगा उसको बख्शा नहीं जाएगा।
जूठ के ठेके में हुए थी एक करोड़ की गड़बड़ी
बता दें कि लंगर हॉल में जूठ के ठेके में एक करोड़ रुपये की गड़बड़ी उजागर हुई है। लंगर जूठ, सूखी रोटी, चोकर रोला आदि की बिक्री एक अप्रैल 2019 से दिसंबर 2022 तक हुई थी। एसजीपीसी द्वारा इस मामले की जांच करवाई गई है। फ्लाइंग विभाग द्वारा मामले का पर्दाफाश किए जाने के बाद दो स्टोर कीपरों को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है।
एसजीपीसी ने घोटाले की राशि आरोपित कर्मियों व अधिकारियों से ही वसूलने का फैसला लिया है। लंगर हॉल में प्रतिदिन 70-90 हजार श्रद्धालु लंगर छकते हैं, लंगर छकने के दौरान कुछ प्रशाद (रोटियां) अधपकी रह जाती हैं अथवा सेक ज्यादा लग जाता है या बड़ी संख्या में संगत चपाती जूठी छोड़ देती है। ऐसी रोटियों को सुखाने के बाद नीलामी में दे दिया जाता है। यह रोटियां पशुओं के चारे के काम आती हैं।
एसजीपीसी ने किए प्रबंधकीय फेरबदल
भगवंत सिंह धंगेड़ा को श्री दरबार साहिब के जनरल मैनेजर नियुक्त किया गया है। मौजूदा समय में वह एसजीपीसी के सब ऑफिस चंडीगढ़ में इंचार्ज के रूप में तैनात थे। सचिव प्रताप सिंह ने कहा कि नए जनरल मैनेजर के रूप में भगवंत सिंह धंगेड़ा के साथ साथ एडिशनल मैनेजर निशान सिंह को सराय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही मैनेजर नरिंदर सिंह को गुरुद्वारा शहीद गंज बाबा दीप सिंह जी में तैनात किया गया है। खरीद विभाग में सुपरवाइजर के रूप में कार्यरत सतिंदर सिंह को लंगर श्री दरबार साहिब में अतिरिक्त मैनेजर लगा कर लंगर श्री गुरु रामदास जी का प्रबंध दिया गया है।
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