HSGPC को मान्यता देने का विरोधः श्री दरबार साहिब के बाहर एसजीपीसी ने काले झंडे लेकर निकाला रोष मार्च
एसजीपीसी ने सिख कौम को बांटने वालो से सचेत रहने की अपील की है। गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि सिखों की हमेशा दिल्ली के साथ टक्कर रही है। दिल्ली को यह समझ लेना चाहिए कि धार्मिक मामले में उनके साथ किसी तरह का भी विवाद ना करें।
By Jagran NewsEdited By: DeepikaUpdated: Tue, 04 Oct 2022 10:22 AM (IST)
जागरण संवाददाता, अमृतसर। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को मान्यता दिए जाने पर विरोध शुरू हो गया है। दरअसल, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है। इसी के चलते मंगलवार को श्री दरबार साहिब में सूचना केंद्र के बाहर से एक रोष मार्च निकाला गया। डिप्टी कमिश्नर दफ्तर तक यह रोष मार्च पहुंचा। एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की अध्यक्षता में निकाले गए मार्च में समूह के कर्मचारियों ने काली दस्तार और हाथ में काले झंडे पकड़कर रोष जताया।
आरएसएस पर लगाया आराेपइस मौके हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि इस संबंधी उन्होंने एक रिव्यू पिटीशन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भेजी थी, लेकिन उस तरफ से कोई जवाब नहीं आया। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मिलने का समय भी मांगा था, लेकिन मुलाकात नहीं करवाई गई। इस दौरान हरजिंदर सिंह धामी ने आराेप लगाया कि आरएसएस देश का माहौल खराब करने की कोशिश में लगा हुआ है।
सिख कौम को बांटने वालो से सचेत रहने की अपील
इस मौके एसजीपीसी ने सिख कौम को बांटने वालो से सचेत रहने की अपील की है। गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि सिखों की हमेशा दिल्ली के साथ टक्कर रही है। दिल्ली को यह समझ लेना चाहिए कि धार्मिक मामले में उनके साथ किसी तरह का भी विवाद ना करें। अभी संघर्ष यहां चल रहा है, जरूरत पड़ी तो नई दिल्ली जाएंगे। वहीं इस दौरान भारी संख्या में एसजीपीसी के कर्मचारियों की भीड़ देखने को मिली।
'सतनाम वाहेगुरु' का जाप करते हुए डीसी दफ्तर की तरफ रवाना होते कर्मचारी।
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