श्री अकाल तख्त साहिब में सुखबीर बादल पर धार्मिक सजा का फैसला आज, इन आरोपों के बाद घोषित हुए थे तनखैया
श्री अकाल तख्त साहिब (Sri Akal Takht Sahib) में आज सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) पर लगे आरोपों पर विचार करने और उन्हें धार्मिक सजा सुनाने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। बैठक में 18 विद्वान और बुद्धिजीवी शामिल होंगे। सुखबीर बादल पर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के प्रति नरम रवैया अपनाने सहित कई आरोप हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर लगे आरोपों पर विचार करने एवं उन्हें धार्मिक सजा सुनाने के लिए आज अमृतसर में श्री अकाल तख्त साहिब में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है।
इस बैठक में सिख विद्वान और बुद्धिजीवी सुखबीर बादल को तनखैया मामले पर चर्चा करेंगे। बैठक के बाद सुखबीर बादल को क्या धार्मिक सजा सुनाई जाएगी इस पर निर्णय होगा। इस बैठक में 18 विद्वान और बुद्धिजीवी शामिल होंगे।
सुखबीर बादल पर ये है आरोप
दरअसल डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के प्रति नरम रवैया अपनाने, राम रहीम द्वारा श्री गुरु गोविंद सिंह जी की वेशभूषा के बाद उठे विवाद में सजा दिलवाने की बजाय शिकायत वापस लेने, बरगाड़ी कांड में सिखों की हत्या और पीड़ितों को न्याय दिलाने में रुचि न रखने, 2012 में सुमेध सिंह सैनी को डीजीपी नियुक्त करने इत्यादि आरोप सुखबीर बादल पर लगे हैं।यहां बताना जरूरी है कि सुखबीर बादल को अकाल तख्त साहिब ने पहले ही तनखैया घोषित किया था इस कारण उन्हें विधानसभा उपचुनाव में प्रचार करने की अनुमति नहीं थी। हालांकि तनखाईय घोषित करने के बाद सुखबीर की धार्मिक सजा मुकाबला नहीं की गई थी। आज की बैठक में इस पर निर्णय होगा।
इस दिन तनखैया घोषित हुए थे सुखबीर बादल
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने 30 अगस्त, 2024 को सुखबीर बादल को तनखैया घोषित किया था। 22 अक्टूबर को शिअद कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ की अध्यक्षता में शिष्टमंडल ने जत्थेदार रघबीर सिंह से मुलाकात कर उन्हें सुखबीर को चुनावी गतिविधियों में शामिल होने देने की इजाजत प्रदान करने की अपील की थी।यह भी पढ़ें- महाराजा रणजीत सिंह की हवेली का जीर्णोद्धार करेगी पाक सरकार, शेर-ए-पंजाब के 244वें जन्मदिवस पर लिया निर्णय
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