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आज सरहद पर फिर से लहराएगा सबसे ऊंचा तिरंगा

फ्लैग- मार्च 2017 में फहराए जाने के दो माह में ही कई बार क्षतिग्रस्त होने पर सम्मान सहित उतारा था ध्वज

By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Wed, 24 Jan 2018 12:33 PM (IST)
आज सरहद पर फिर से लहराएगा सबसे ऊंचा तिरंगा

अमृतसर (जागरण संवाददाता)। भारत-पाक सीमा पर संयुक्त जांच चौकी (पोस्ट) अटारी पर करीब 2.5 करोड़ की लागत से स्थापित किया गया देश का सबसे ऊंचा 353 फुट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज 25 जनवरी 2018 को फिर से फहराया जाएगा। दिल्ली से पहुंची टीम ने मंगलवार को मौका मुआयना किया। वहीं, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के सुर्पंरटेंडेंट इंजीनियर राजीव सेखड़ी के निर्देश के बाद विभाग की एक टीम ने झंडा स्थल के आसपास के एरिया की सफाई कर दी है।

छोटा कर दिया देश के सबसे बड़े तिरंगे का साइज

अटारी बॉर्डर पर फहराने वाले देश के सबसे ऊंचे और सबसे बड़े तिरंगे का साइज अब पहले के मुकाबले छोटा कर दिया गया है। जीरो लाइन से 500 मीटर पहले फहराया जाने वाला ध्वज अब 90 फीट लंबा और 60 फीट चौड़ा होगा। पहले ध्वज का आकार 120 फीट लंबा और 80 फीट चौड़ा था।

साइज छोटा होने से लागत में 20 फीसद की आएगी कमी

अधिकारियों का कहना है कि ध्वज का साइज छोटा होने से इसकी लागत में भी 20 फीसद कमी आई है। उक्त साइज में तिरंगा 80 हजार रुपये में तैयार हो जाता है, जबकि पहले करीब 1.5 लाख रुपये का खर्च आता था।

पांच मार्च 2017 को पहली बार फहराया गया था ध्वज

पंजाब के तत्कालीन कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी ने 3.5 करोड़ से 360 फुट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज लगाए जाने की योजना बनाई। भारत-पाक सीमा पर 5 मार्च 2017 को खादी के कपड़े से तैयार 120 फीट लंबे और 80 फीट चौड़े तिरंगे को पहली बार फहराया गया। अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को देश के सबसे ऊंचे तिरंगे की देखभाल

की जिम्मेदारी दी गई। खादी का होने के कारण 360 फुट की ऊंचाई पर तेज हवाओं के दबाव में ध्वज बहुत जल्दी क्षतिग्रस्त हो जाता है।

अटारी पोस्ट पर देश के सबसे बड़ा तिरंगा फहराए जाने की सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं। अगर 24 जनवरी को मौसम ठीक रहा तो शाम को बार्डर पर देश का सबसे ऊंचा तिरंगा फहरा दिया जाएगा।

-कमलदीप सिंह संघा, डिप्टी कमिश्नर

अमृतसर 

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