राज्यसभा सदस्य साहनी ने पीएम को लिखा पत्र, पंजाबी में भी लगाएं जाए जलियांवाला बाग में शिलालेख
पंजाब से राज्यसभा सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने मंगलवार को जलियांवाला बाग में श्रद्धांजलि अर्पित की।
By JagranEdited By: Updated: Tue, 23 Aug 2022 11:56 PM (IST)
जागरण संवाददाता, अमृतसर: पंजाब से राज्यसभा सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने मंगलवार को जलियांवाला बाग में श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने जलियांवाला बाग में कई त्रुटियां पाई एवं बाग के अग्रभाग के लिए निराशा व्यक्त की। उन्होनें कहा कि बाग की ओर जाने वाले संकरे रास्ते से जहां से जनरल डायर ने सेना के साथ प्रवेश किया था, वह नानक शाही ईंटो से बना हुआ था, जिन्हें अब प्लास्टर कर दिया गया है। साहनी ने कहा कि हमें अपनी विरासत को उसी रूप में संरक्षित करना चाहिए जैसे वह तत्कालीन स्थिति में थी और स्मारक के ऐतिहासिक प्रवेश द्वार को नहीं बदलना चाहिए।
साहनी ने प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी और जलियांवाला बाग ट्रस्ट के सदस्यों से जलियांवाला बाग की विरासत को बहाल करने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति का गठन करने का भी अनुरोध किया है। इस संबंधी पीएम को पत्र भी लिखा गया है। साहनी ने अपने पत्र में विशेष रूप से कहा है कि 'यह देखना विडंबना है कि बाग में स्वतंत्रता सेनानियों के सभी उद्धरण अंग्रेजी और हिदी में लिखे गए हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि उन्हें पंजाबी में भी लिखा जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोग इसे पढ़ सकें। उन्होंने यह भी कहा कि अमर जवान ज्योति जो बाग के बीच में थी उसे एक कोने में शिफ्ट कर दिया गया है। उन्होंने यह अपील की गई की जिस घातक कुएं में सैकड़ों महिलाओं ने छलांग लगाई थी, उसमें फेंके गए नोटों और सिक्कों के रूप में भारी धन को एक दान पेटी में एकत्र किया जाना चाहिए और यह पैसा गरीब लड़कियों की शिक्षा पर खर्च किया जाना चाहिए।
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